2019 में कोरोना के दौरान बंद हुई स्केटिंग रिंग असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गई।

2005 में सूरत की मेयर स्नेहलताबेन द्वारा इस स्केटिंग रिंग का लोकार्पण किया गया था।

2019 से स्केटिंग रिंग बंद होने के बाद यह जगह जंगल में तब्दील हो गई।

लाखों रुपये का स्केटिंग का सामान भी बिना देखरेख के पड़ा हुआ मिला।

कतरगाम पुलिस स्टेशन से महज़ 5 मीटर की दूरी पर बनी इस स्केटिंग रिंग में
हर रात शराब पार्टियाँ होने की बात भी सामने आई है।

रिंग के कई स्थानों पर शराब की बोतलें मिलीं।

साथ ही असामाजिक तत्व स्केटिंग रिंग का सामान भी चुरा ले गए।

इस मामले पर मनपा अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

स्थानीय लोगों की मांग है कि इस स्केटिंग रिंग को जल्द से जल्द शुरू किया जाए।

लोगों को समझ नहीं आ रहा कि मनपा के शासकों को इस स्केटिंग रिंग को शुरू करने में
दिलचस्पी क्यों नहीं है।

News by :
Mayank agarwal
Gujrat State Head

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