गोंदिया, नागपुरनागपुर: पिछले 16 दिनों में सोशल मीडिया के जरिए हवाई जहाज में…सुरक्षा तंत्र बम रखने का दावा कर हवा-हवाई हो रहा है. इन धमकियों से एयरलाइंस की नींद उड़ गई है. आखिरकार बम से उड़ाने की धमकी देने वाले जगदीश उइके (नि. गोंदिया) को नागपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। साइबर पुलिस उसकी गहनता से जांच कर रही है और पुलिस ने इस मामले में बेहद गोपनीयता बनाए रखी हैवे पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों हवाई जहाजों, स्कूलों और मॉलों को जारी किए गए फर्जी बम कॉल की जांच कर रहे हैं। इन खतरों ने कई विमानों को आपातकालीन लैंडिंग करने, हवाई अड्डों पर आपात स्थिति घोषित करने और यहां तक कि उड़ानें रद्द करने के लिए मजबूर किया है। इससे एयरलाइंस को भी भारी नुकसान हुआ है. नागपुर पुलिस की जांच में सामने आई जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध आरोपी जगदीश उइके ने प्रधानमंत्री कार्यालय, रेल मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री, विमानन कार्यालयों, पुलिस महानिदेशक और रेलवे सुरक्षा बल समेत विभिन्न सरकारी कार्यालयों को कई ईमेल भेजे थे. . 21 अक्टूबर को उइके ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी ईमेल भेजकर इस प्रथा को लेकर धमकी दी थी. इसके बाद देश के कुछ अहम रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई. जगदीश उइके को विशेष शाखा पुलिस ने गुरुवार दोपहर हिरासत में लिया। उसे सीधे साइबर थाने ले जाया गया, वहां पुलिस उपायुक्त लोहित मतानी के मार्गदर्शन में जगदीश उइके से गहन पूछताछ की गई. उन्हें बम से उड़ाने की धमकी देने के पीछे का मकसद भी जानने की कोशिश की गई. हालांकि, पुलिस सूत्रों ने बताया कि जगदीश खुद को निर्दोष बता रहे हैं और उन्होंने पुलिस तंत्र और सरकार को सतर्क करने के लिए एक ई-मेल भेजा है. इस संबंध में साइबर डिवीजन के पुलिस उपायुक्त लोहित मतानी से संपर्क करने पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. पुलिस की इस गोपनीयता से चर्चाएं छिड़ गई हैं |
रिपोर्ट : जुबेर शेख