पिछले दिनों ट्रंप सार्वजनिक कार्यक्रमों में कम दिखे, जिससे अटकलों को हवा मिली. अफवाहों को देखते हुए उनसे जब स्वास्थ्य को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा, ‘मैं वीकेंड पर बहुत एक्टिव था. जो कहा जा रहा है वह सब फेक न्यूज है.’

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को अपनी सेहत को लेकर चल रही अफवाहों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि ऐसी ‘फेक न्यूज’ ही वजह है कि मीडिया की विश्वसनीयता बहुत कम रह गई है. व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप से जब सोशल मीडिया पर उनके स्‍वास्‍थ्‍य और निधन से जुड़ी अफवाहों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘यह पूरी तरह फेक न्यूज है. बिल्कुल फर्जी. यही कारण है कि मीडिया पर लोगों का भरोसा बहुत कम है.’ उन्‍होंने कहा, ‘मुझे पता चला कि लोग पूछ रहे थे- क्या वह ठीक हैं? उनकी तबीयत कैसी है? क्या हुआ? असल में यह बस लंबा लेबर डे वीकेंड था.’

‘बाइडेन तो महीनों सामने नहीं आते थे’

ट्रंप ने इन अफवाहों को ‘पागलपन’ बताया. उन्होंने कहा, ‘पिछले हफ्ते मैंने कई प्रेस कॉन्फ्रेंस कीं… फिर दो दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की, तो लोगों ने मान लिया कि जरूर कुछ गड़बड़ है.’ उन्होंने जोड़ा, “बाइडेन तो महीनों तक सामने नहीं आते थे, और किसी ने कभी यह सवाल नहीं उठाया कि उनकी तबीयत में कोई समस्या है. जबकि सबको पता है कि वह बहुत फिट नहीं थे.’ ट्रंप ने यह भी कहा कि असल में वह वीकेंड पर काफी सक्रिय थे.

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से ट्रंप सार्वजनिक कार्यक्रमों में कम दिखे, जिससे अटकलों को हवा मिली. हालांकि वह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लगातार सक्रिय रहे. अफवाहों को देखते हुए उनसे जब स्वास्थ्य को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा, ‘मैं वीकेंड पर बहुत एक्टिव था. जो कहा जा रहा है वह सब फेक न्यूज है.’

ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि वह अपने राजनीतिक और प्रशासनिक कामकाज में पूरी तरह सक्रिय हैं और ऐसे कयासों की कोई जरूरत नहीं है.

सबसे बुजुर्ग राष्‍ट्रपतियों में गिनती

डोनाल्‍ड ट्रंप की उम्र 79 वर्ष के पार हो चुकी है और वो अमेरिका के सबसे बुजुर्ग राष्ट्रपतियों में से एक हैं. उनकी उम्र को लेकर अक्सर चर्चाएं होती रहती हैं. 2024 के चुनाव से पहले उनकी फिटनेस पर विरोधियों ने सवाल भी उठाए थे. कुछ जानकारों का मानना है कि ट्रंप की सेहत पहले जैसी नहीं रही है. हालांकि उन्‍होंने सेहत को लेकर अफवाहों को तुरंत खारिज कर राजनीतिक नुकसान से बचने की कोशिश जरूर की है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *