एजुकेशन लोन महंगे कॉलेजों तक पहुंचने का शॉर्टकट लगता है। पढ़ाई पूरी होने के बाद डिग्री भले ही मिल जाए लेकिन नौकरी कब मिलेगी और उस सैलरी से लोन चुका भी पाएंगे या नहीं, यह सवाल युवाओं के लिए एक बड़ा सवाल बन जाता है।

सोनम मिश्रा

इशिका तीन साल बाद भारत लौटी हैं। उसे उम्मीद है कि उनके पिता अगले कुछ महीने उनकी एजुकेशन लोन की किस्त भरने में उनकी मदद कर देंगे। तब तक वह भारत से ही यूनाइटेड किंगडम में कोई अच्छी नौकरी खोजने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स से इंटरनेशनल रिलेशन्स में अपनी मास्टर्स डिग्री की थी। 

इसके लिए उन्होंने एक प्राइवेट बैंक से 36 लाख का एजुकेशन लोन लिया है। उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, “मैं हर महीने 60,000 रुपये लोन की किस्त भरती हूं।” उन्हें 14 प्रतिशत की ब्याज दर पर यह लोन मिला था। डिग्री पूरी होने के कई महीनों बाद बहुत मुश्किल से उन्हें एक पार्ट-टाइम जॉब मिली थी। उन्होंने बताया, “टैक्स वगैरह सब काटने के बाद मुझे हर महीने बस 1,700 पाउंड (लगभग 1,80,000 रुपये) ही हाथ में आते थे।” इन्हीं पैसों में उन्हें अपने घर का किराया, लोन की किस्त और बाकी खर्चे भी उठाने पड़ते थे।

उनके माता-पिता चाहते हैं कि वह भारत में ही नौकरी करें। लेकिन इशिका कहती हैं कि यहां अच्छी से अच्छी कंपनी में भी शुरुआती सैलरी बस 50,000 के आस-पास ही है। ऐसे में वह अपना लोन कैसे चुका पाएंगी और बाकी खर्चे, जिनका कोई हिसाब ही नहीं है।Hindiट्रंप ने फिर किया भारत- पाकिस्तान के बीच न्यूक्लियर वॉर रोकने का दावाRead More

recommended by

BTC Income

Do This 15 Minutes A Day And Earn ₹17250 Per Hour. Check It Out

Find out more

Learn more

भारत में एजुकेशन लोन

2024 में राज्य सभा में एक सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री, पंकज चौधरी ने बताया कि भारत में 2023-24 में सरकारी बैंकों ने लगभग 28,699 करोड़ रुपये के एजुकेशन लोन दिए। वहीं निजी बैंकों ने करीब 7,749 करोड़ रुपये के लोन वितरित किए।

साल 2023 तक भारत में कुल बकाया एजुकेशन लोन की रकम लगभग 90,000 करोड़ रुपये थी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार, यह रकम भारत के कुल बैंक लोन का सिर्फ 0.7 फीसदी है। यानी कुल मिलाकर, बैंकों द्वारा दिए गए सभी लोन में से एजुकेशन लोन का हिस्सा बहुत छोटा है — सिर्फ एक से दो फीसदी। सरकारी बैंकों में एजुकेशन लोन का हिस्सा कुल लोन का लगभग डेढ़ से दो फीसदी है जबकि निजी बैंकों में यह हिस्सा और भी कम है, यानी सिर्फ आधे से एक फीसदी तक।

एजुकेशन लोन क्यों है महंगा

भारत में एजुकेशन लोन और होम लोन दोनों ही बड़े खर्चों को पूरा करने का जरिया हैं। लेकिन इनकी शर्तों और ब्याज दरों में बड़ा अंतर होता है। होम लोन पर आमतौर पर 8.5 से 11.5 फीसदी तक ब्याज देना पड़ता है। इसकी वजह यह है कि घर बैंक के लिए गिरवी बन जाता है। अगर लोन लेने वाला पैसे नहीं चुका पाए तो बैंक के पास घर बेचकर पैसा वसूलने का विकल्प होता है। इसके अलावा, होम लोन लेने वाला व्यक्ति आमतौर पर पहले से कमाने वाला होता है, जिसकी आय स्थिर होती है। इससे बैंक का रिस्क कम हो जाता है।

वहीं दूसरी तरफ, एजुकेशन लोन की ब्याज दर कहीं ज्यादा होती है — लगभग 16 फीसदी तक। इसकी कई वजहें हैं जैसे कि एजुकेशन लोन ज्यादातर बिना गारंटी दिया जाता है, यानी बैंक के पास कोई संपत्ति नहीं होती जिसे वह वापस ले सकें, पढ़ाई करने वाला छात्र उस समय आमतौर पर कमाने वाला नहीं होता, उसकी आय की गारंटी नहीं होती, लोन की अवधि भी काफी लंबी होती है, कई बार 7–10 साल तक, जिससे बैंक का रिस्क और बढ़ जाता है।

साथ ही, मंहगाई और ऑपरेशनल खर्च को पूरा करने के लिए भी बैंक ब्याज दरें ऊपर रखते हैं। यानी जहां होम लोन बैंक के लिए अपेक्षाकृत सुरक्षित है, वहीं एजुकेशन लोन बैंक के लिए ज्यादा रिस्की निवेश माना जाता है। और यह रिस्क सीधा छात्र पर भारी ब्याज के रूप में डाला जाता है। आज भारत में एजुकेशन लोन का कुल बाजार करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये का है।

माता-पिता भी लोन की चपेट में

ऋषभ, नोएडा की एक रिसर्च फर्म में काम करते हैं। दो साल पहले कोयम्बटूर के एक बिजनेस स्कूल से उन्होंने अपनी एमबीए पूरी की थी। जिसके लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से उन्होंने दस लाख का लोन लिया था। आज भी वह 10,000 रुपये प्रति माह की किस्त चुका रहे है। उन्होंने बताया कि वह कानून का उल्लंघन करते चीनी लोन ऐप्सम पर अपनी पढ़ाई करना चाहते थे लेकिन उनके लोन के लिए एक गारंटर अनिवार्य था।

गारंटर यानी ऐसा व्यक्ति जो बैंक को वादा करे कि लोन लेने वाला इंसान अगर किसी भी हालात में लोन नहीं भर पाता है तो गारंटर बैंक का लोन भरने की जिम्मेदारी लेता है। ऋषभ के गारंटर उनके पिता बने और उनका एक जॉइंट अकाउंट खोला गया। जिसके बाद पहले दिन से, जिस दिन ऋषभ का लोन पास हुआ। उस दिन से ही उस पर ब्याज लगाना शुरू हो गया। ऋषभ ने डीडब्ल्यू को बताया, “ऐसे विकल्प होते हैं, जिसके जरिये आप पर पहले दिन से ब्याज नहीं लगेगा लेकिन उन्हें इस बार में सूचित नहीं किया गया था।”

लोन से सपनों की लड़ाई

ऋषभ बैंगलोर में अपनी पसंदीदा कंपनी में नौकरी करना चाहते थे। लेकिन बैंगलोर में रहने और खाने पीने का खर्च इतना अधिक था कि वहां रहना और लोन की किस्त भरना, दोनों एक साथ कर पाना उनके लिए लगभग नामुमकिन था। ऋषभ ने बताया, “इसलिए मैं दिल्ली आ गया। यहां मेरे माता-पिता का घर था और किराया भरने की टेंशन भी नहीं थी।”

इसके बाद बारी आती है लोन भरने की है। ऋषभ बताते हैं कि नौकरी लगने के दो साल बाद भी वह बस न्यूनतम किस्त ही भर पा रहे हैं। हालांकि यह विकल्प होता है कि आप जितना जल्दी लोन भर देंगे, आपको उतना ही कम ब्याज भरना पड़ेगा। लेकिन उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, “पढ़ाई पूरी होने के चार-पांच साल तो कम से कम स्ट्रगल ही चलता है। ऐसे में सोच भी पाना की जल्दी लोन भर दे मुश्किल हो जाता है और इस बीच ब्याज का दर बढ़ता चला जाता है और लोन की किस्त भारी होने लग जाती है।” उन्होंने कहना है कि दो साल की पढ़ाई के लिए 20 साल तक लोन की किस्त भरना कितना सही है। यह बात उनकी समझ के बाहर है।

इंश्योरेंस कंपनी, डिजिट के अनुसार 2025 में भारत के टॉप शहरों में रहने का खर्चा कई गुना बढ़ गया है। बैंगलोर, दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में मामलू जीवन जीने के लिए बभी कम से कम 50 से 60 हजार तक का खर्च है। वहीं विदेशों में रहना भी अच्छा खासा महंगा हो चुका है। दुबई में एक बीएचके का हर महीने किराया 4,904 एईडी यानी करीब सवा लाख भारतीय रुपये से शुरू होता है। टोक्यो में तो यह 1,50,000 येन (यानी लगभग 90,000 भारतीय रुपये) तक है। और बर्लिन में करीब 900 से 1,200 यूरो (लगभग एक लाख रुपये) के नीचे रहने लायक जगह मिलना ही मुश्किल है। 

बेहतर भविष्य के लिए फाइनेंस की समझ जरूरी

ऋषभ मानते हैं कि सबसे बड़ी दिक्कत नासमझी है। आप समझ नहीं पाते हैं कि इसमें भी ब्याज दर होती है। इसमें भी किस्त और ब्याज बढ़ाने-घटाने के तरीके होते हैं। फाइनेंसियल लिटरेसी के अभाव में कई सारे फैसले कर लेते हैं जो कि बाद में भारी पड़ते हैं। ऋषभ कहते हैं, “बाकी तरह के लोन में लोग फंसते हैं। वो गलत है। लेकिन एजुकेशन लोन में भी फंसना उतना ही गलत है। सरकार को मुद्रा लोन की तरह स्टूडेंट्स के लिए भी आसान और जागरूक लोन सुविधा शुरू करनी चाहिए।”

इशिका बताती हैं कि कई बार लोन देने वाले उनके पिता को फोन करके परेशान करते हैं। इशिका कहती हैं, “यह लोन मेरे जीवन की सबसे बड़ी गलती साबित हो रही है।”

*गोपनीयता बनाए रखने के लिए नाम बदले गए हैं।

हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

हमारे साथ Telegram पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

ये भी पढ़ें

चमोली के थराली में बादल फटे, मलबे में दबे लोग, कई घर तबाह
https://cdn.vuukle.com/widgets/quiz.html?version=1.32.0

Advertisement

https://cdn.vuukle.com/widgets/index.html?version=3.39.2

Advertisement

Advertisement

प्रमोटेड कंटेंट

पुरुषों के लिए क्षमता बढ़ाने का प्राकृतिक तरीका

StaminXP

पति का स्टैमिना बढ़ाएं, ये उन्हें हर दिन खिलाएं | 100% हर्बल

StaminXP

अपने अंदर के मर्द को जगाने का असरदार तरीका

StaminXP

पुरुषों को क्यों पसंद आती है सुडौल महिलाएं? वजह आपको जाननी चाहिए

Herbeauty

क्या सच में ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ हैं ये 6 भारतीय महिलाएं

Herbeauty

मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए पुरुषों को ये ट्रिक अपनानी चाहिए

StaminXP

इस ट्रिक ने मेरे पति का स्टैमिना इम्प्रूव करने में मदद की

StaminXP

एक सीक्रेट रेसिपी जिसने मेरे पति के स्टेमिना में बढ़ोतरी कर दी

StaminXP

The Truth About The World’s Largest Snake Revealed!

Brainberries

भारतीय शाही परिवारों की 10 सबसे रमणीय राजकुमारियां – अधिक जानें

Herbeauty

क्या आपको पता है प्राकृतिक रूप से स्टैमिना कैसे बढ़ाया जाता है?

StaminXP

ताकत बढ़ाने का एक बेहतरीन उपाय, जल्द रिजल्ट पा सकते हैं

StaminXP

Do This 15 Minutes A Day And Earn ₹17250 Per Hour. Check It Out

BTC Income

बुलेट पर बहन प्रियंका को बिठाकर बिहार की सड़कों पर निकले राहुल गांधी

hindi.webdunia.com

जरूर पढ़ें

भारत और पाकिस्तान के बीच नदी परियोजनाओं पर क्या है विवाद

मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि भारत ने वर्ल्ड बैंक से अपील की है कि वह जम्मू और कश्मीर में किशनगंगा और रतले जल परियोजनाओं से जुड़े विवाद पर अपनी कार्रवाई रोक दे। आखिर इन परियोजनाओं को लेकर क्या विवाद है? खबरों के मुताबिक भारत ने इस संबंध में वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञ माइकल लीनो को चिट्ठी लिखी है। लीनो 2022 से इन विवादों पर सुनवाई कर रहे हैं। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ अखबार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक लीनो ने भारत का अनुरोध मिलने के बाद पकिस्तान से इस अनुरोध पर उसकी राय मांगी है।

10 बिन्दुओं में समझिए आपातकाल की पूरी कहानी

emergency in india in hindi: भारत के इतिहास में 25 जून 1975 का दिन एक काली तारीख के तौर पर दर्ज है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में “आंतरिक अशांति” का हवाला देते हुए आपातकाल की घोषणा कर दी थी। यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक अभूतपूर्व और संकटपूर्ण दौर था, जिसने देश के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने को झकझोर कर रख दिया था। आइए, 10 महत्वपूर्ण बिन्दुओं में आपातकाल की पूरी कहानी को समझते हैं:

अलविदा रणथंभौर की रानी ‘एरोहेड’, बाघिन जिसके जाने से हुआ जंगल की एक सदी का अंत

story of arrowhead tigress ranthambore: रणथंभौर, सवाई माधोपुर, राजस्थान के हरे-भरे जंगल में एक उदासी छा गई है। 19 जून 2025 को, रणथंभौर नेशनल पार्क की सबसे प्रिय और ताकतवर बाघिनों में से एक, एरोहेड (T-84) ने अपनी आखिरी सांस ली। उसकी मृत्यु पर ऐसा लगा मानो रणथंभौर सूना हो गया। जंगल के हर कोने से, और सोशल मीडिया पर भी, उसकी अंतिम विदाई की तस्वीरें और खबरें हर किसी की आंखों में आंसू ला रही थीं। ‘रानी’ की तरह जीती और बोन कैंसर से चार साल तक जूझती रही, एरोहेड का जाना रणथंभौर में एक युग के अंत जैसा है।

मेघालय ने पर्यटकों की सुरक्षा के लिए बनाई कार्य योजना

हाल के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड के सिलसिले में मेघालय में पर्यटकों की सुरक्षा के मुद्दे पर भी कई सवाल उठे थे। अब मेघालय सरकार ने राज्य को पर्यटकों के लिए और सुरक्षित बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

ईरान की सैन्य क्षमता से अब दुनिया में दहशत

Iran Israel War: ईरान-इजराइल संघर्षविराम होने से मध्यपूर्व में फिलहाल शांति कायम होने की उम्मीदें भले ही बढ़ गई है लेकिन इस दौरान ईरान ने अपनी सैन्य ताकत का जो दुनिया का सामने प्रदर्शन किया है, वह बेहद खतरनाक है। इजराइल के खिलाफ ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस-3 नामक ईरान के अभियान के दौरान उपयोग किए गए अत्याधुनिक हथियारों और उच्च निर्देशित मिसाइलों से यह साफ हो गया है कि वैश्विक प्रतिबंधों से इस शिया देश पर कोई फर्क नहीं पड़ा है और संयुक्त राष्ट्र उसकी सैन्य भागीदारियों को रोकने में नाकाम रहा है। ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने इजराइल और अमेरिका के ठिकानों को जिस मजबूती से निशाना बनाया है, उससे मध्यपूर्व के अन्य देशों में भी दहशत बढ़ गई है।

वीडियो

और भी वीडियो देखें

समाचार

LIVE: चमोली के थराली में बादल फटने से तबाही, मलबे में दबे लोग

Latest News Today Live Updates in Hindi : उत्तारखंड के चमोली में स्थित थराली गांव में बादल फटने से तबाही मच गई। 2 लोगों के मलबे में दबने की खबर है। मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। पल पल की जानकारी…

क्या भारत में TikTok पर से प्रतिबंध हट गया है? सरकार की सफाई

TikTok ban lifted in India: पांच साल बाद चीन के वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) और शॉपिंग वेबसाइट AliExpress के भारत में दोबारा चालू होने की खबर है। हालांकि Tiktok ऐप अब भी गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद नहीं है। हालांकि इस बीच, सरकार की भी सफाई आई है कि टिकटॉक को अनब्लॉक करने का कोई आदेश नहीं दिया है।

GST परिषद की तीन-चार सितंबर को बैठक, 2 स्लैब के प्रस्ताव पर होगा फैसला

GST Council meeting : जीएसटी परिषद की 3 एवं 4 सितंबर को होने वाली बैठक में माल एवं सेवा कर (GST) के स्लैब को 4 से घटाकर 2 स्लैब पर लाने के प्रस्ताव पर फैसला किया जाएगा। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में यह बैठक होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में जीएसटी कर ढांचे में व्यापक सुधार दिवाली तक करने की घोषणा की थी।

Android app
iOS app

Webdunia 

FOLLOW US ON

समाचार

बॉलीवुड

धर्म-संसार

लाइफ स्‍टाइल

क्रिकेट

Copyright 2025, Webdunia.comसोनम मिश्रा

इशिका तीन साल बाद भारत लौटी हैं। उसे उम्मीद है कि उनके पिता अगले कुछ महीने उनकी एजुकेशन लोन की किस्त भरने में उनकी मदद कर देंगे। तब तक वह भारत से ही यूनाइटेड किंगडम में कोई अच्छी नौकरी खोजने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स से इंटरनेशनल रिलेशन्स में अपनी मास्टर्स डिग्री की थी। 

इसके लिए उन्होंने एक प्राइवेट बैंक से 36 लाख का एजुकेशन लोन लिया है। उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, “मैं हर महीने 60,000 रुपये लोन की किस्त भरती हूं।” उन्हें 14 प्रतिशत की ब्याज दर पर यह लोन मिला था। डिग्री पूरी होने के कई महीनों बाद बहुत मुश्किल से उन्हें एक पार्ट-टाइम जॉब मिली थी। उन्होंने बताया, “टैक्स वगैरह सब काटने के बाद मुझे हर महीने बस 1,700 पाउंड (लगभग 1,80,000 रुपये) ही हाथ में आते थे।” इन्हीं पैसों में उन्हें अपने घर का किराया, लोन की किस्त और बाकी खर्चे भी उठाने पड़ते थे।

उनके माता-पिता चाहते हैं कि वह भारत में ही नौकरी करें। लेकिन इशिका कहती हैं कि यहां अच्छी से अच्छी कंपनी में भी शुरुआती सैलरी बस 50,000 के आस-पास ही है। ऐसे में वह अपना लोन कैसे चुका पाएंगी और बाकी खर्चे, जिनका कोई हिसाब ही नहीं है।Hindiट्रंप ने फिर किया भारत- पाकिस्तान के बीच न्यूक्लियर वॉर रोकने का दावाRead More

recommended by

BTC Income

Do This 15 Minutes A Day And Earn ₹17250 Per Hour. Check It Out

Find out more

Learn more

भारत में एजुकेशन लोन

2024 में राज्य सभा में एक सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री, पंकज चौधरी ने बताया कि भारत में 2023-24 में सरकारी बैंकों ने लगभग 28,699 करोड़ रुपये के एजुकेशन लोन दिए। वहीं निजी बैंकों ने करीब 7,749 करोड़ रुपये के लोन वितरित किए।

साल 2023 तक भारत में कुल बकाया एजुकेशन लोन की रकम लगभग 90,000 करोड़ रुपये थी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार, यह रकम भारत के कुल बैंक लोन का सिर्फ 0.7 फीसदी है। यानी कुल मिलाकर, बैंकों द्वारा दिए गए सभी लोन में से एजुकेशन लोन का हिस्सा बहुत छोटा है — सिर्फ एक से दो फीसदी। सरकारी बैंकों में एजुकेशन लोन का हिस्सा कुल लोन का लगभग डेढ़ से दो फीसदी है जबकि निजी बैंकों में यह हिस्सा और भी कम है, यानी सिर्फ आधे से एक फीसदी तक।

एजुकेशन लोन क्यों है महंगा

भारत में एजुकेशन लोन और होम लोन दोनों ही बड़े खर्चों को पूरा करने का जरिया हैं। लेकिन इनकी शर्तों और ब्याज दरों में बड़ा अंतर होता है। होम लोन पर आमतौर पर 8.5 से 11.5 फीसदी तक ब्याज देना पड़ता है। इसकी वजह यह है कि घर बैंक के लिए गिरवी बन जाता है। अगर लोन लेने वाला पैसे नहीं चुका पाए तो बैंक के पास घर बेचकर पैसा वसूलने का विकल्प होता है। इसके अलावा, होम लोन लेने वाला व्यक्ति आमतौर पर पहले से कमाने वाला होता है, जिसकी आय स्थिर होती है। इससे बैंक का रिस्क कम हो जाता है।

वहीं दूसरी तरफ, एजुकेशन लोन की ब्याज दर कहीं ज्यादा होती है — लगभग 16 फीसदी तक। इसकी कई वजहें हैं जैसे कि एजुकेशन लोन ज्यादातर बिना गारंटी दिया जाता है, यानी बैंक के पास कोई संपत्ति नहीं होती जिसे वह वापस ले सकें, पढ़ाई करने वाला छात्र उस समय आमतौर पर कमाने वाला नहीं होता, उसकी आय की गारंटी नहीं होती, लोन की अवधि भी काफी लंबी होती है, कई बार 7–10 साल तक, जिससे बैंक का रिस्क और बढ़ जाता है।

साथ ही, मंहगाई और ऑपरेशनल खर्च को पूरा करने के लिए भी बैंक ब्याज दरें ऊपर रखते हैं। यानी जहां होम लोन बैंक के लिए अपेक्षाकृत सुरक्षित है, वहीं एजुकेशन लोन बैंक के लिए ज्यादा रिस्की निवेश माना जाता है। और यह रिस्क सीधा छात्र पर भारी ब्याज के रूप में डाला जाता है। आज भारत में एजुकेशन लोन का कुल बाजार करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये का है।

माता-पिता भी लोन की चपेट में

ऋषभ, नोएडा की एक रिसर्च फर्म में काम करते हैं। दो साल पहले कोयम्बटूर के एक बिजनेस स्कूल से उन्होंने अपनी एमबीए पूरी की थी। जिसके लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से उन्होंने दस लाख का लोन लिया था। आज भी वह 10,000 रुपये प्रति माह की किस्त चुका रहे है। उन्होंने बताया कि वह कानून का उल्लंघन करते चीनी लोन ऐप्सम पर अपनी पढ़ाई करना चाहते थे लेकिन उनके लोन के लिए एक गारंटर अनिवार्य था।

गारंटर यानी ऐसा व्यक्ति जो बैंक को वादा करे कि लोन लेने वाला इंसान अगर किसी भी हालात में लोन नहीं भर पाता है तो गारंटर बैंक का लोन भरने की जिम्मेदारी लेता है। ऋषभ के गारंटर उनके पिता बने और उनका एक जॉइंट अकाउंट खोला गया। जिसके बाद पहले दिन से, जिस दिन ऋषभ का लोन पास हुआ। उस दिन से ही उस पर ब्याज लगाना शुरू हो गया। ऋषभ ने डीडब्ल्यू को बताया, “ऐसे विकल्प होते हैं, जिसके जरिये आप पर पहले दिन से ब्याज नहीं लगेगा लेकिन उन्हें इस बार में सूचित नहीं किया गया था।”

लोन से सपनों की लड़ाई

ऋषभ बैंगलोर में अपनी पसंदीदा कंपनी में नौकरी करना चाहते थे। लेकिन बैंगलोर में रहने और खाने पीने का खर्च इतना अधिक था कि वहां रहना और लोन की किस्त भरना, दोनों एक साथ कर पाना उनके लिए लगभग नामुमकिन था। ऋषभ ने बताया, “इसलिए मैं दिल्ली आ गया। यहां मेरे माता-पिता का घर था और किराया भरने की टेंशन भी नहीं थी।”

इसके बाद बारी आती है लोन भरने की है। ऋषभ बताते हैं कि नौकरी लगने के दो साल बाद भी वह बस न्यूनतम किस्त ही भर पा रहे हैं। हालांकि यह विकल्प होता है कि आप जितना जल्दी लोन भर देंगे, आपको उतना ही कम ब्याज भरना पड़ेगा। लेकिन उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, “पढ़ाई पूरी होने के चार-पांच साल तो कम से कम स्ट्रगल ही चलता है। ऐसे में सोच भी पाना की जल्दी लोन भर दे मुश्किल हो जाता है और इस बीच ब्याज का दर बढ़ता चला जाता है और लोन की किस्त भारी होने लग जाती है।” उन्होंने कहना है कि दो साल की पढ़ाई के लिए 20 साल तक लोन की किस्त भरना कितना सही है। यह बात उनकी समझ के बाहर है।

इंश्योरेंस कंपनी, डिजिट के अनुसार 2025 में भारत के टॉप शहरों में रहने का खर्चा कई गुना बढ़ गया है। बैंगलोर, दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में मामलू जीवन जीने के लिए बभी कम से कम 50 से 60 हजार तक का खर्च है। वहीं विदेशों में रहना भी अच्छा खासा महंगा हो चुका है। दुबई में एक बीएचके का हर महीने किराया 4,904 एईडी यानी करीब सवा लाख भारतीय रुपये से शुरू होता है। टोक्यो में तो यह 1,50,000 येन (यानी लगभग 90,000 भारतीय रुपये) तक है। और बर्लिन में करीब 900 से 1,200 यूरो (लगभग एक लाख रुपये) के नीचे रहने लायक जगह मिलना ही मुश्किल है। 

बेहतर भविष्य के लिए फाइनेंस की समझ जरूरी

ऋषभ मानते हैं कि सबसे बड़ी दिक्कत नासमझी है। आप समझ नहीं पाते हैं कि इसमें भी ब्याज दर होती है। इसमें भी किस्त और ब्याज बढ़ाने-घटाने के तरीके होते हैं। फाइनेंसियल लिटरेसी के अभाव में कई सारे फैसले कर लेते हैं जो कि बाद में भारी पड़ते हैं। ऋषभ कहते हैं, “बाकी तरह के लोन में लोग फंसते हैं। वो गलत है। लेकिन एजुकेशन लोन में भी फंसना उतना ही गलत है। सरकार को मुद्रा लोन की तरह स्टूडेंट्स के लिए भी आसान और जागरूक लोन सुविधा शुरू करनी चाहिए।”

इशिका बताती हैं कि कई बार लोन देने वाले उनके पिता को फोन करके परेशान करते हैं। इशिका कहती हैं, “यह लोन मेरे जीवन की सबसे बड़ी गलती साबित हो रही है।”

*गोपनीयता बनाए रखने के लिए नाम बदले गए हैं।

हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

हमारे साथ Telegram पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

ये भी पढ़ें

चमोली के थराली में बादल फटे, मलबे में दबे लोग, कई घर तबाह
https://cdn.vuukle.com/widgets/quiz.html?version=1.32.0

Advertisement

https://cdn.vuukle.com/widgets/index.html?version=3.39.2

Advertisement

Advertisement

प्रमोटेड कंटेंट

पुरुषों के लिए क्षमता बढ़ाने का प्राकृतिक तरीका

StaminXP

पति का स्टैमिना बढ़ाएं, ये उन्हें हर दिन खिलाएं | 100% हर्बल

StaminXP

अपने अंदर के मर्द को जगाने का असरदार तरीका

StaminXP

पुरुषों को क्यों पसंद आती है सुडौल महिलाएं? वजह आपको जाननी चाहिए

Herbeauty

क्या सच में ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ हैं ये 6 भारतीय महिलाएं

Herbeauty

मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए पुरुषों को ये ट्रिक अपनानी चाहिए

StaminXP

इस ट्रिक ने मेरे पति का स्टैमिना इम्प्रूव करने में मदद की

StaminXP

एक सीक्रेट रेसिपी जिसने मेरे पति के स्टेमिना में बढ़ोतरी कर दी

StaminXP

The Truth About The World’s Largest Snake Revealed!

Brainberries

भारतीय शाही परिवारों की 10 सबसे रमणीय राजकुमारियां – अधिक जानें

Herbeauty

क्या आपको पता है प्राकृतिक रूप से स्टैमिना कैसे बढ़ाया जाता है?

StaminXP

ताकत बढ़ाने का एक बेहतरीन उपाय, जल्द रिजल्ट पा सकते हैं

StaminXP

Do This 15 Minutes A Day And Earn ₹17250 Per Hour. Check It Out

BTC Income

बुलेट पर बहन प्रियंका को बिठाकर बिहार की सड़कों पर निकले राहुल गांधी

hindi.webdunia.com

जरूर पढ़ें

भारत और पाकिस्तान के बीच नदी परियोजनाओं पर क्या है विवाद

मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि भारत ने वर्ल्ड बैंक से अपील की है कि वह जम्मू और कश्मीर में किशनगंगा और रतले जल परियोजनाओं से जुड़े विवाद पर अपनी कार्रवाई रोक दे। आखिर इन परियोजनाओं को लेकर क्या विवाद है? खबरों के मुताबिक भारत ने इस संबंध में वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञ माइकल लीनो को चिट्ठी लिखी है। लीनो 2022 से इन विवादों पर सुनवाई कर रहे हैं। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ अखबार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक लीनो ने भारत का अनुरोध मिलने के बाद पकिस्तान से इस अनुरोध पर उसकी राय मांगी है।

10 बिन्दुओं में समझिए आपातकाल की पूरी कहानी

emergency in india in hindi: भारत के इतिहास में 25 जून 1975 का दिन एक काली तारीख के तौर पर दर्ज है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में “आंतरिक अशांति” का हवाला देते हुए आपातकाल की घोषणा कर दी थी। यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक अभूतपूर्व और संकटपूर्ण दौर था, जिसने देश के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने को झकझोर कर रख दिया था। आइए, 10 महत्वपूर्ण बिन्दुओं में आपातकाल की पूरी कहानी को समझते हैं:

अलविदा रणथंभौर की रानी ‘एरोहेड’, बाघिन जिसके जाने से हुआ जंगल की एक सदी का अंत

story of arrowhead tigress ranthambore: रणथंभौर, सवाई माधोपुर, राजस्थान के हरे-भरे जंगल में एक उदासी छा गई है। 19 जून 2025 को, रणथंभौर नेशनल पार्क की सबसे प्रिय और ताकतवर बाघिनों में से एक, एरोहेड (T-84) ने अपनी आखिरी सांस ली। उसकी मृत्यु पर ऐसा लगा मानो रणथंभौर सूना हो गया। जंगल के हर कोने से, और सोशल मीडिया पर भी, उसकी अंतिम विदाई की तस्वीरें और खबरें हर किसी की आंखों में आंसू ला रही थीं। ‘रानी’ की तरह जीती और बोन कैंसर से चार साल तक जूझती रही, एरोहेड का जाना रणथंभौर में एक युग के अंत जैसा है।

मेघालय ने पर्यटकों की सुरक्षा के लिए बनाई कार्य योजना

हाल के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड के सिलसिले में मेघालय में पर्यटकों की सुरक्षा के मुद्दे पर भी कई सवाल उठे थे। अब मेघालय सरकार ने राज्य को पर्यटकों के लिए और सुरक्षित बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

ईरान की सैन्य क्षमता से अब दुनिया में दहशत

Iran Israel War: ईरान-इजराइल संघर्षविराम होने से मध्यपूर्व में फिलहाल शांति कायम होने की उम्मीदें भले ही बढ़ गई है लेकिन इस दौरान ईरान ने अपनी सैन्य ताकत का जो दुनिया का सामने प्रदर्शन किया है, वह बेहद खतरनाक है। इजराइल के खिलाफ ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस-3 नामक ईरान के अभियान के दौरान उपयोग किए गए अत्याधुनिक हथियारों और उच्च निर्देशित मिसाइलों से यह साफ हो गया है कि वैश्विक प्रतिबंधों से इस शिया देश पर कोई फर्क नहीं पड़ा है और संयुक्त राष्ट्र उसकी सैन्य भागीदारियों को रोकने में नाकाम रहा है। ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने इजराइल और अमेरिका के ठिकानों को जिस मजबूती से निशाना बनाया है, उससे मध्यपूर्व के अन्य देशों में भी दहशत बढ़ गई है।

वीडियो

और भी वीडियो देखें

समाचार

LIVE: चमोली के थराली में बादल फटने से तबाही, मलबे में दबे लोग

Latest News Today Live Updates in Hindi : उत्तारखंड के चमोली में स्थित थराली गांव में बादल फटने से तबाही मच गई। 2 लोगों के मलबे में दबने की खबर है। मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। पल पल की जानकारी…

क्या भारत में TikTok पर से प्रतिबंध हट गया है? सरकार की सफाई

TikTok ban lifted in India: पांच साल बाद चीन के वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) और शॉपिंग वेबसाइट AliExpress के भारत में दोबारा चालू होने की खबर है। हालांकि Tiktok ऐप अब भी गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद नहीं है। हालांकि इस बीच, सरकार की भी सफाई आई है कि टिकटॉक को अनब्लॉक करने का कोई आदेश नहीं दिया है।

GST परिषद की तीन-चार सितंबर को बैठक, 2 स्लैब के प्रस्ताव पर होगा फैसला

GST Council meeting : जीएसटी परिषद की 3 एवं 4 सितंबर को होने वाली बैठक में माल एवं सेवा कर (GST) के स्लैब को 4 से घटाकर 2 स्लैब पर लाने के प्रस्ताव पर फैसला किया जाएगा। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में यह बैठक होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में जीएसटी कर ढांचे में व्यापक सुधार दिवाली तक करने की घोषणा की थी।

Android app
iOS app

Webdunia 

FOLLOW US ON

समाचार

बॉलीवुड

धर्म-संसार

लाइफ स्‍टाइल

क्रिकेट

Copyright 2025, Webdunia.comसोनम मिश्रा

BTC Income

Do This 15 Minutes A Day And Earn ₹17250 Per Hour. Check It Out

Find out more

Learn more

मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए पुरुषों को ये ट्रिक अपनानी चाहिए

StaminXP

इस ट्रिक ने मेरे पति का स्टैमिना इम्प्रूव करने में मदद की

StaminXP

एक सीक्रेट रेसिपी जिसने मेरे पति के स्टेमिना में बढ़ोतरी कर दी

StaminXP

The Truth About The World’s Largest Snake Revealed!

Brainberries

भारतीय शाही परिवारों की 10 सबसे रमणीय राजकुमारियां – अधिक जानें

Herbeauty

क्या आपको पता है प्राकृतिक रूप से स्टैमिना कैसे बढ़ाया जाता है?

StaminXP

ताकत बढ़ाने का एक बेहतरीन उपाय, जल्द रिजल्ट पा सकते हैं

StaminXP

Do This 15 Minutes A Day And Earn ₹17250 Per Hour. Check It Out

BTC Income

बुलेट पर बहन प्रियंका को बिठाकर बिहार की सड़कों पर निकले राहुल गांधी

hindi.webdunia.com

जरूर पढ़ें

भारत और पाकिस्तान के बीच नदी परियोजनाओं पर क्या है विवाद

मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि भारत ने वर्ल्ड बैंक से अपील की है कि वह जम्मू और कश्मीर में किशनगंगा और रतले जल परियोजनाओं से जुड़े विवाद पर अपनी कार्रवाई रोक दे। आखिर इन परियोजनाओं को लेकर क्या विवाद है? खबरों के मुताबिक भारत ने इस संबंध में वर्ल्ड बैंक के विशेषज्ञ माइकल लीनो को चिट्ठी लिखी है। लीनो 2022 से इन विवादों पर सुनवाई कर रहे हैं। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ अखबार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक लीनो ने भारत का अनुरोध मिलने के बाद पकिस्तान से इस अनुरोध पर उसकी राय मांगी है।

10 बिन्दुओं में समझिए आपातकाल की पूरी कहानी

emergency in india in hindi: भारत के इतिहास में 25 जून 1975 का दिन एक काली तारीख के तौर पर दर्ज है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में “आंतरिक अशांति” का हवाला देते हुए आपातकाल की घोषणा कर दी थी। यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक अभूतपूर्व और संकटपूर्ण दौर था, जिसने देश के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने को झकझोर कर रख दिया था। आइए, 10 महत्वपूर्ण बिन्दुओं में आपातकाल की पूरी कहानी को समझते हैं:

अलविदा रणथंभौर की रानी ‘एरोहेड’, बाघिन जिसके जाने से हुआ जंगल की एक सदी का अंत

story of arrowhead tigress ranthambore: रणथंभौर, सवाई माधोपुर, राजस्थान के हरे-भरे जंगल में एक उदासी छा गई है। 19 जून 2025 को, रणथंभौर नेशनल पार्क की सबसे प्रिय और ताकतवर बाघिनों में से एक, एरोहेड (T-84) ने अपनी आखिरी सांस ली। उसकी मृत्यु पर ऐसा लगा मानो रणथंभौर सूना हो गया। जंगल के हर कोने से, और सोशल मीडिया पर भी, उसकी अंतिम विदाई की तस्वीरें और खबरें हर किसी की आंखों में आंसू ला रही थीं। ‘रानी’ की तरह जीती और बोन कैंसर से चार साल तक जूझती रही, एरोहेड का जाना रणथंभौर में एक युग के अंत जैसा है।

मेघालय ने पर्यटकों की सुरक्षा के लिए बनाई कार्य योजना

हाल के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड के सिलसिले में मेघालय में पर्यटकों की सुरक्षा के मुद्दे पर भी कई सवाल उठे थे। अब मेघालय सरकार ने राज्य को पर्यटकों के लिए और सुरक्षित बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

ईरान की सैन्य क्षमता से अब दुनिया में दहशत

Iran Israel War: ईरान-इजराइल संघर्षविराम होने से मध्यपूर्व में फिलहाल शांति कायम होने की उम्मीदें भले ही बढ़ गई है लेकिन इस दौरान ईरान ने अपनी सैन्य ताकत का जो दुनिया का सामने प्रदर्शन किया है, वह बेहद खतरनाक है। इजराइल के खिलाफ ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस-3 नामक ईरान के अभियान के दौरान उपयोग किए गए अत्याधुनिक हथियारों और उच्च निर्देशित मिसाइलों से यह साफ हो गया है कि वैश्विक प्रतिबंधों से इस शिया देश पर कोई फर्क नहीं पड़ा है और संयुक्त राष्ट्र उसकी सैन्य भागीदारियों को रोकने में नाकाम रहा है। ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने इजराइल और अमेरिका के ठिकानों को जिस मजबूती से निशाना बनाया है, उससे मध्यपूर्व के अन्य देशों में भी दहशत बढ़ गई है।

वीडियो

और भी वीडियो देखें

समाचार

LIVE: चमोली के थराली में बादल फटने से तबाही, मलबे में दबे लोग

Latest News Today Live Updates in Hindi : उत्तारखंड के चमोली में स्थित थराली गांव में बादल फटने से तबाही मच गई। 2 लोगों के मलबे में दबने की खबर है। मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। पल पल की जानकारी…

क्या भारत में TikTok पर से प्रतिबंध हट गया है? सरकार की सफाई

TikTok ban lifted in India: पांच साल बाद चीन के वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) और शॉपिंग वेबसाइट AliExpress के भारत में दोबारा चालू होने की खबर है। हालांकि Tiktok ऐप अब भी गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद नहीं है। हालांकि इस बीच, सरकार की भी सफाई आई है कि टिकटॉक को अनब्लॉक करने का कोई आदेश नहीं दिया है।

GST परिषद की तीन-चार सितंबर को बैठक, 2 स्लैब के प्रस्ताव पर होगा फैसला

GST Council meeting : जीएसटी परिषद की 3 एवं 4 सितंबर को होने वाली बैठक में माल एवं सेवा कर (GST) के स्लैब को 4 से घटाकर 2 स्लैब पर लाने के प्रस्ताव पर फैसला किया जाएगा। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में यह बैठक होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में जीएसटी कर ढांचे में व्यापक सुधार दिवाली तक करने की घोषणा की थी।

Android app
iOS app

Webdunia 

FOLLOW US ON

समाचार

बॉलीवुड

धर्म-संसार

लाइफ स्‍टाइल

क्रिकेट

aa

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *