
Mahabharata war: द्रौपदी का अपने पतियों से रिश्ता भी अजीब था। महाभारत में द्रौपदी ही एकमात्र ऐसी स्त्री थीं जिसने 5 पुरुषों को अपना पति बनाया और सभी से उनको 1-1 पुत्र उत्पन्न हुआ। इसी प्रकार द्रौपदी जहां श्रीकृष्ण की मित्र थीं वहीं वह उनकी बहन भी थीं। द्रौपदी और श्रीकृष्ण के बीच एक गहरी दोस्ती भी थी। महाभारत में, कृष्ण ने द्रौपदी के चीर हरण के समय उनकी रक्षा की थी। जब कृष्ण ने अपनी उंगली काट ली थी, तो द्रौपदी ने अपनी साड़ी से कपड़ा फाड़कर उनकी उंगली पर बांध दिया था। इस घटना के बाद कृष्ण ने द्रौपदी को अपनी बहन के रूप में माना था।
इसी प्रकार द्रौपदी श्रीकृष्ण की समधन थीं। दरअसल, महाभारत में इस कथा का उल्लेख नहीं मिलता है लेकिन अन्य कथाओं में बताया गया है कि महाभारत युद्ध के बाद, युधिष्ठिर और द्रौपदी की पुत्री सुथनु का विवाह श्रीकृष्ण और सत्यभामा के पुत्र भानू से हुआ था। इस विवाह के कारण, श्रीकृष्ण द्रौपदी और युधिष्ठिर के समधी बन गए थे। यह भी कहा जाता है कि द्रौपदी ने वेद व्यास से वचन लिया था कि वे उनकी पुत्री के विषय में किसी को नहीं बताएंगे।
श्रीकृष्ण की 8 पत्नियां थीं जिसमें से एक का नाम जामवंती था। श्रीकृष्ण और जामवंती के पुत्र का नाम साम्ब था। इस साम्ब ने दुर्योधन की पुत्री लक्ष्मणा से विवाह किया था। इस तरह दुर्योधन और श्रीकृष्ण दोनों एक-दूसरे के समधी थे। दूसरी ओर श्रीकृष्ण की सौतेली बहन सुभद्रा का विवाह अर्जुन से हुआ था, इसलिए अर्जुन श्रीकृष्ण के जीजा भी थे
