मेयर गरिमा सिकरिया ने किया उद्घाटन।
मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल योजना के तहत मिलेगा ताज़ा, पौष्टिक और रुचिकर भोजन।
बेतिया नगर निगम क्षेत्र में मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल योजना के अंतर्गत संचालित वृद्धाश्रम में आज एक नई शुरुआत हुई है, जिसका उद्देश्य समाज के बुजुर्गों और असहाय नागरिकों को सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करना है। इस पहल के तहत आज “दीदी की रसोई” का उद्घाटन शहर की मेयर गरिमा सिकरिया द्वारा किया गया।
इस रसोई का संचालन जीविका दीदियों द्वारा किया जाएगा, जो रसोई के संचालन में प्रशिक्षित एवं अनुभवी दीदियाँ हैं और अब बुजुर्गों के लिए हर दिन दो समय ताजे, साफ-सुथरे और पौष्टिक भोजन की व्यवस्था करेंगी। इस अवसर पर मेयर गरिमा सिकरिया ने कहा कि “यह रसोई केवल भोजन पकाने का स्थान नहीं है, बल्कि यह हमारे बुजुर्गों के प्रति हमारी जिम्मेदारी, सेवा भावना और सामाजिक संवेदनशीलता का प्रतीक है। जीविका दीदियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बुजुर्गों की पसंद-नापसंद का ख्याल रखते हुए स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएं।”
वृद्धाश्रम में वर्तमान में 50 वृद्धजनों के रहने की क्षमता है, जहां उनके भोजन, स्वास्थ्य और दैनिक आवश्यकताओं का समुचित ध्यान रखा जाएगा । मेयर ने जानकारी दी कि बुजुर्गों के स्वास्थ्य की नियमित जांच के लिए चिकित्सकों की व्यवस्था की गई है, जिससे समय-समय पर उनकी स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। यहाँ सभी सेवाएं निःशुल्क प्रदान की जाएंगी।
जीविका प्रबंधक गैर-कृषि प्रबंधक सोहेल राज ने बताया कि “आज से दीदी की रसोई का नियमित संचालन शुरू कर दिया गया है। रसोई में काम करने वाली सभी महिलाएं प्रशिक्षित हैं और दो शिफ्टों में कार्य करेंगी, जिससे बुजुर्गों को समय पर गर्म और ताज़ा भोजन उपलब्ध हो सके।” उन्होंने आगे बताया कि भोजन के मेनू में ऐसे व्यंजन शामिल किए जाएंगे जो न केवल स्वादिष्ट हों, बल्कि बुजुर्गों की पाचन क्षमता, स्वास्थ्य और पोषण आवश्यकताओं के अनुकूल भी हों।
इस मौके पर जिला परियोजना प्रबंधक श्री आर के निखिल ने अपनी बात रखते हुए बताया कि ऐसी पहल से जीविका दीदी न केवल अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहयोग करेंगी, बल्कि समाज की सेवा करके आत्मसंतोष भी प्राप्त करेंगी। यह पहल महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण और बुजुर्गों की गरिमा को बनाए रखने का एक सुंदर उदाहरण बनकर उभरेगा।







लोकेशन बेतिया
रिपोर्टर गोविंदगिरी
