मुजफ्फरनगर। जिले में शासन और प्रशासन के बीच तीखा टकराव सामने आया है। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार ने एसडीएम सदर निकिता शर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। मंत्री का आरोप है कि एसडीएम निकिता शर्मा भू-माफियाओं से मिली हुई हैं और पुरकाजी क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग को बढ़ावा दे रही हैं।
कैबिनेट मंत्री ने पत्र में दावा किया है कि निकिता शर्मा का व्यवहार न सिर्फ आम जनता बल्कि जनप्रतिनिधियों के प्रति भी उपेक्षापूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि एसडीएम अक्सर कार्यालय में मौजूद नहीं रहतीं, जिससे लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। मंत्री ने इस मामले की गोपनीय जांच कराए जाने की मांग की है और कहा कि यह स्थिति सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के खिलाफ है।
निकिता शर्मा वर्ष 2020 बैच की पीसीएस अधिकारी हैं और पूर्व में शामली में डिप्टी कलेक्टर के पद पर तैनात रह चुकी हैं। उनके ऊपर लगे इन आरोपों से प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा है, वहीं सोशल मीडिया पर भी यह मामला गरमाया हुआ है। कुछ लोग मंत्री को भ्रष्टाचार के विरुद्ध मुखर बता रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई मान रहे हैं।
अब शासन स्तर पर जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि यह मामला प्रशासनिक लापरवाही का है या फिर किसी राजनीतिक दबाव का परिणाम। फिलहाल जिले का प्रशासनिक तंत्र इस घटनाक्रम के कारण सवालों के घेरे में आ गया है।

रिपोर्ट.. पंडित जुगनू शर्मा
लोकेशन.. मुजफ्फरनगर
