मदरसा फ़ज़ले रहमानियाँ पचपेड़वा में वार्षिक परीक्षा में प्रथम स्थान लाने वाले विद्यार्थीयों को प्रमाण पत्र सहित पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।पुरस्कार पाकर विद्यार्थियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
मौलाना नूरुल हसन खान प्रधानाचार्य मदरसा फ़ज़ले रहमानियाँ ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा इस्लाम ज़्यादा से ज़्यादा शिक्षा प्राप्त करने का आदेश देता है इस लिए इस्लाम के बताए हुए रास्ते पर चलना हर मुसलमान का कर्त्तव्य है।
कम समय में हिफ़्ज़ करके हाफ़िज़ ज़ाहिद सिद्दीक़ी ने मदरसे सहित अपने परिवार का नाम रोशन किया।मदरसा फ़ज़ले रहमानियाँ पचपेड़वा भाँभर का एक ऐसा विद्यालय है जहां दीनी शिक्षा के साथ ही दुनयावी शिक्षा पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है उर्दू,अरबी के साथ ही हिन्दी, अंग्रेज़ी,गणित,विज्ञान,कंप्यूटर जैसी शिक्षा भी दी जाती है प्रधानाचार्य मौलाना नूरुल हसन खान ने बताया मदरसे का मिशन है यहां पढ़ रहे छात्र एवं छात्राओं को उच्च स्तर की शिक्षा निःशुल्क दे कर उनके भविष्य को सफल बनाया जा सके।प्रधानाचार्य मौलाना नूरुल हसन ने यह भी कहा आज मुसलमान अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने में बहुत पीछे होता जा रहा है जबकि मद्रों में कक्षा 12 तक निःशुल्क शिक्षा दी जाती है मदरसे का पढ़ा हुआ बच्चा जब बाहर जाता है तो उसे अरबी,उर्दू, अंग्रेज़ी,फारसी जैसी भाषा में महारत हासिल होती है दुनिया के किसी भी कोने में चला जाये मदरसा का पढ़ा हुआ छात्र कहीं परेशान नहीं हो सकता है।उन्होंने छात्रों सहित अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा एक समय सारणी बना लो अपना सारा समय खेलने घूमने में नष्ट न करें अधिक से अधिक उच्च शिक्षा प्राप्त करो जिससे समाज में आप की अलग पहचान बने। शैक्षिक सत्र 2024-25 में कुल पांच छात्रों ने हिफ़्ज़ पूरा किया वहीं 2 बच्चों ने एक ही बैठक में पूरा क़ुरआन बिना देखे पढ़ कर सुनाया। इस अवसर पर मौलाना ज़ैनुलआब्दीन खान अलीमी,मौलाना बदरुद्दीन,मौलाना निसार अहमद मिस्बाही,मौलाना असदुल्लाह सिद्दीकी सहित मदरसा का समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।

मसरूर अली
पचपेड़वा (बलरामपुर)

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