जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा की मुहिम का जीता जागता प्रमाण बना सेवादार सुंदर सिंह
उत्तर प्रदेश की जेल के इतिहास मे पहली बार जेल के अंदर NGO आधारशिला द्वारा चलने वाले व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र से ट्रेनिंग लेकर रिहाई के कुछ ही समय बाद खोला अपना खुद का व्यासायिक प्रशिक्षण केंद्र।
बड़े काम का बड़े दिसंबर को जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा अपने शिष्य सेवादार सुंदर सिंह के केंद्र का उसी के आवास पर किया प्रशिक्षण केंद्र का फीता काटकर उद्घाटन।
मुजफ्फरनगर में तीन साल अपनी सराहनीय सेवाएं प्रदान करने वाले जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा के प्रयासों का सार्थक परिणाम आख़िरकार सामने आना शुरू हो गये है। उनके प्रयास से समाजिक संस्था आधारशिला के सहयोग से जिन बंदियों ने जेल में प्रशिक्षण प्राप्त किया या ट्रेनिंग पाई, अब ऐसे बंदी अपना खुद का रोजगार शुरू कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं और रोजगार स्थापित कर एक नया संदेश देने का काम कर रहे हैं, इतिहास के पन्नों पर यह एक नई पटकथा हे। जेल शासन और प्रशासन की संकल्पना पूरी होती हुई दिखाई दे रही है, शामली जनपद के कंडेला गांव निवासी जेल में बारह साल बंद रहे सेवादार बंदी सुंदर ने बाहर आकर अपना रोजगार शुरू किया और इसका पूरा श्रेय अधीक्षक सीताराम शर्मा को दिया और इस बात के लिए धन्यवाद किया कि उनके प्रयासों से और उनकी प्रेरणा से वह अपना खुद का रोजगार स्थापित कर जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास कर रहा है। साथी उसने संस्था के अध्यक्ष वसीम अहमद और संस्था के सरक्षक नादिर राणा का धन्यवाद किया तो वहीं मुजफ्फरनगर के प्रमुख कुछ प्रमुख समाजसेवी भी अब इस मुहिम का हिस्सा बन रहे हैं जो बंदी जेल से छुटकर आ रहे हैं उनका रोजगार स्थापित करने एवं मुख्य धारा समाज में लाने के लिए एक सार्थक प्रयास कर रहे हे।इस दौरान जनपद के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।






पंडित जुगनू शर्मा
उत्तर प्रदेश
