नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल से दूर भीमताल में दो दिवसीय कुमाऊनी भाषा पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें 40 शोध पत्र प्रस्तुत किये गये।
इस अवसर पर बिडला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल साइंस के कुलसचिव एवं विशिष्ट अतिथि डा० हेम चन्द्र पाण्डे ने कहा जब तक व्यव्हार में कुमाउनी भाषा को नहीं लाएंगे तब तक इसका संवर्धन होना मुश्किल है। इसी कारण एक समय में जो भाषा राजभाषा रही हो अब विलुप्ति के कगार पर है।
द्वितीय दिवस की मुख्य वक्ता प्रो० प्रभा पंत ने कहा कि हमें यदि कुमाउनी भाषा को बचाना है तो जाति वर्ग का भेद किए बिना समाज के प्रत्येक व्यक्ति से जुड़ना होगा व लोकभाषा -लोक साहित्य को मार्गदर्शक मानते हुए अपने पूर्वजों के अनुभवजन्य ज्ञान का सम्मान करते हुए भाषा के संरक्षण पर कार्य करना होगा।
इस मोके पर स्वतंत्रता आंदोलन में कुमाउनी स्वर, कुमाउनी भाषा लोकगीत, हुडकिया बौल, कुमाउनी लोकगीत एवं श्रम परंपरा, राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा-2023 में बहुभाषिकता आदि विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कुर्मांचल पत्रिका के संपादक डॉ० चन्द्रप्रकाश फुलेरिया ने कुमाउनी भाषा के मानकीकरण पर कार्य करने का आहवान किया और कुमाउनी भाषा को रोजगार सृजन एवं व्यवसायिकता से जोडने पर जोर दिया।
डायट प्राचार्य सुरेश चन्द्र आर्य ने कहा कि संगोष्ठी में प्राप्त विभिन्न शोधपत्रों को गुणवत्ता के आधार पर प्रकाशित किया जाएगा, जिससे कि वैज्ञानिक तरीके से शोध कार्यों को बढावा मिल सके।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पहरु पत्रिका के संपादक डॉ० हयात सिंह रावत ने कहा कि कुमाउनी हिंदी से भी पुरानी भाषा है। और भाषा की सभी विधाओं में कुमाउनी साहित्य उपलब्ध है। विद्यालयी शिक्षा में कुमाउनी भाषा का पाठ्यक्रम लागू किया जाना चाहिए । उन्होंने आगामी जनगणना में कुमाऊँ क्षेत्र के निवासियों से मातृभाषा के रूप में कुमाउनी के चयन पर जोर देने की बात कही। आयोजन सचिव राजेश जोशी ने संगोष्ठी के उद्देश्यों
पर विस्तार से प्रकाश डाला। आयोजन सचिव डा० संजय गुरुरानी वे डॉ० हेम चन्द्र तिवारी ने सबका आभार व्यक्त किया। आज के समस्त कार्यक्रमों का संचालन राजेश कुमार पाण्डेय, डॉ प्रेम सिंह मावड़ी, ने किया। समापन सत्र का संचालन राजेश जोशी, डॉ. संजय गुरुरानी, डा० हेम चन्द्र तिवारी ने किया।
इस अवसर पर ललित प्रसाद तिवारी,डॉ० ज्योतिर्मय मिश्र, राजेश पाण्डेय, डा० विमल किशोर थपलियाल, रेखा तिवारी, डॉ आरती जैन, सुभाष जोशी, प्रयाग फर्स्वाण, दलीप सिंह, भुवन जोशी, नीरज नेगी, डॉ पूरन सिंह, मनोज चौधरी आदि उपस्थित रहे ।

रिपोर्ट। ललित जोशी।
नैनीताल।
