
* *डोंगरगढ़, 29 सितम्बर 2025* नवरात्रि के पावन अवसर पर जब पूरा शहर माता बमलेश्वरी धाम की भक्ति में डूबा हुआ है, उसी दौरान असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। लेकिन डोंगरगढ़ पुलिस की तत्परता और सख्त कार्यवाही ने यह साबित कर दिया कि अपराधी चाहे कितनी भी चालाकी से बचने की कोशिश क्यों न करें, कानून की गिरफ्त से बचना नामुमकिन है। सात घंटे में बड़ी सफलतामामला डोंगरगढ़ माँ बमलेश्वरी हॉस्पिटल के पास का है, जहां प्रार्थी नितेष चंद्रवंशी की मोटरसाइकिल एचएफ डिलक्स (क्रमांक- CG 08 AC 4563) और रियलमी मोबाइल चोरी हो गया। जैसे ही पीड़ित ने थाना डोंगरगढ़ में रिपोर्ट दर्ज कराई, पुलिस की विशेष टीम अलर्ट मोड पर आ गई। अपराध पंजीबद्ध होते ही थाना प्रभारी निरीक्षक उपेंद्र कुमार शाह के नेतृत्व में एक्शन प्लान तैयार हुआ और मात्र 07 घंटे के भीतर आरोपी पुलिस की गिरफ्त में थे। आरोपी की पहचान और बरामदगीपुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर आरोपी एकांत यादव पिता देवेंद्र यादव उम्र 18 वर्ष निवासी ठेठवारपारा वार्ड 22 डोंगरगढ़ को हिरासत में लिया। सख्त पूछताछ के बाद उसने अपने एक साथी विधि से संघर्षरत बालक के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली। दोनों की निशानदेही पर चोरी की गई मोटरसाइकिल और मोबाइल माँ बमलेश्वरी पार्किंग, छीरपानी से बरामद कर जप्त कर लिया गया।आरोपी एकांत यादव को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है जबकि बाल अपचारी को संरक्षणात्मक अभिरक्षा में भेजा गया। *आपराधिक इतिहास का काला पन्ना* गिरफ्तार आरोपी और विधि से संघर्षरत बालक दोनों पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए गए।आरोपी एकांत यादव के खिलाफ पहले ही 4 मामले दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, गाली-गलौज, हथियारबंदी और अन्य गंभीर अपराध शामिल हैं।वहीं विधि से संघर्षरत बालक पर भी हत्या के प्रयास, गाली-गलौज और आर्म्स एक्ट जैसे संगीन अपराधों के कई प्रकरण दर्ज हैं।स्पष्ट है कि ये दोनों अपराधी समाज और कानून व्यवस्था के लिए लगातार चुनौती बने हुए थे। *पुलिस का सतर्क गश्त बना सुरक्षा कवच* पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राहुल देव शर्मा और एसडीओपी डोंगरगढ़ श्री आशीष कुंजाम के निर्देशन में थाना प्रभारी शाह लगातार नवरात्रि पर्व को ध्यान में रखते हुए पूरे क्षेत्र और मेले में गश्त कर रहे थे। यही वजह रही कि घटना के चंद घंटों के भीतर ही आरोपी दबोच लिए गए और चोरी गया सामान सुरक्षित बरामद कर लिया गया।सराहनीय योगदानइस सफलता में उपनिरीक्षक गणेश चौहान, आरक्षक दीपेश मुंदनकर, अजय पाटले और लीलाधर मंडलोई की भूमिका सराहनीय रही।इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि डोंगरगढ़ पुलिस अपराधियों के लिए खौफ और आमजन के लिए विश्वास का पर्याय है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में यह संदेश गया है कि कानून से खिलवाड़ करने वालों को हर हाल में सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। *यह खबर न सिर्फ एक चोरी की वारदात का खुलासा है बल्कि पुलिस की सजगता और तत्परता का आईना भी है। अगर ऐसे ही कड़ी कार्यवाही हर अपराध पर होती रही तो अपराधियों के लिए डोंगरगढ़ “नो एंट्री ज़ोन” बन जाएगा।
रिपोर्ट – एन के सिन्हा
