
डोंगरगढ़, 29 सितम्बर 2025- क्वांर नवरात्रि पर्व 2025 के शुभारंभ (22 सितंबर) से ही डोंगरगढ़ में माँ बम्लेश्वरी के दर्शन व मेले का उत्साह अपने चरम पर है। लाखों श्रद्धालु रोजाना माँ के दरबार में मत्था टेकने पहुँच रहे हैं। इसी विशाल जनसमूह और भव्य मेले की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने पुलिस प्रशासन ने पूरी ताक़त झोंक दी है। 1000 से अधिक पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, वहीं ड्रोन कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर नज़र रखी जा रही है।पुलिस की पैनी निगरानी में मेला, फिर भी भिड़े बदमाश27 सितंबर की रात मेले के दौरान अचानक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। अलग-अलग जगह पर खड़े कुछ शरारती तत्वों ने दर्शनार्थियों, दुकानदारों और मेले में घूम रहे लोगों से वाद-विवाद करना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार शाह के नेतृत्व में डोंगरगढ़ पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुँची। बदमाशों को समझाने की कोशिश हुई, लेकिन वे नहीं माने।पुलिस की कार्रवाई – 6 बदमाश धराए। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए छह बदमाशों को पकड़ लिया और शांति भंग करने के आरोप में बीएनएसएस की धारा 170, 126 व 135(3) के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की। आरोपियों को एसडीएम न्यायालय में पेश किया गया।पकड़े गए बदमाशों की पहचान इस प्रकार है –1. अभिषेक कुमार उर्फ बिहरवा साव (19 वर्ष), निवासी सुपेला भिलाई, जिला दुर्ग2. संतोष यादव (28 वर्ष), निवासी रायपुर, थाना आमानाका3. अविनाश टाण्डी (32 वर्ष), निवासी पदनाभपुर, जिला दुर्ग4. रोहित कुमार (28 वर्ष), निवासी पदनाभपुर, जिला दुर्ग5. जुबैद मिर्जा (20 वर्ष), निवासी कसारीडीह, दुर्ग6. देवेन्द्र सोरी (20 वर्ष), निवासी लखोली, जिला राजनांदगांवसख़्त सुरक्षा के बीच मेला जारीश्रीमान पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव मोहित गर्ग, अति. पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा और एसडीओपी डोंगरगढ़ आशीष कुंजाम के मार्गदर्शन में पुलिस ने पूरे मेले में गश्त और पेट्रोलिंग तेज़ कर दी है। संदिग्ध व्यक्तियों पर पैनी नज़र रखी जा रही है ताकि श्रद्धालुओं की आस्था और शांति व्यवस्था पर कोई आंच न आए। *डोंगरगढ़ पुलिस का साफ *संदेश* है* – “मेला श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है, शांति भंग करने वालों के लिए इसमें कोई जगह नहीं है। कानून से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।”यह कार्रवाई न केवल पुलिस की तत्परता को दर्शाती है, बल्कि उन असामाजिक तत्वों के लिए भी चेतावनी है जो धार्मिक आयोजनों की गरिमा को ठेस पहुँचाने की कोशिश करते हैं।
रिपोर्ट – एन के सिन्हा
