स्तन कर्क-रोग (ब्रेस्ट कैंसर) भारत और उत्तर प्रदेश में महिलाओं के बीच सबसे सामान्य और गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। भारत में हर साल लगभग 2.3 लाख नए मामले सामने आते हैं और करीब 1.4 लाख महिलाओं की मृत्यु इस रोग से हो जाती है। उत्तर प्रदेश में भी इसकी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
स्तन कर्क-रोग से महिलाओं को स्तनों में गांठ या सूजन, निप्पल से असामान्य स्राव, त्वचा में परिवर्तन, दर्द, कमजोरी और कभी-कभी बांहों में सूजन जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। भारत में महिलाओं में होने वाली मौतों का सबसे सामान्य कारणों में से एक यह रोग है।
इसी परिप्रेक्ष्य में “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” कार्यक्रम के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज, मेरठ में 20 और 22 सितंबर को दो दिवसीय स्तन कर्क-रोग (ब्रेस्ट कैंसर) जागरूकता एवं उपचार संबंधी शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर में बड़ी संख्या में महिलाओं की स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग की गई।
सेवा पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित इस स्वास्थ्य शिविर की नोडल अधिकारी डॉ. ललिता चौधरी, विभागाध्यक्ष, फिजियोलॉजी विभाग ने जानकारी दी कि 246 महिलाओं को इस शिविर से लाभ मिला तथा 81 महिलाओं की स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग की गई।
यह शिविर डॉ. शगुन,विभागाध्यक्ष, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग तथा डॉ. गौरव गुप्ता, विभागाध्यक्ष, सर्जरी विभाग के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
मेडिकल कॉलेज मेरठ के प्राचार्य डॉ. आर.सी. गुप्ता ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए भविष्य में इस तरह के कैंप आयोजित करने के लिए कहा।


शाहिद खान
मेरठ
