सूरत PCB और SOG ने अडाजन से नकली वीज़ा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।
आरोपी प्रतीक शाह ने 10 साल में 700 नकली स्टिकर बनाए, हर स्टिकर पर 15,000 रुपए वसूले।
नकली स्टिकरों के सहारे कुछ लोग विदेश भी चले गए।
छापेमारी में लैपटॉप, स्टिकर और अन्य सामग्री मिलाकर 1.30 लाख का माल जब्त, जबकि 6 आरोपी वॉन्टेड।
सूरत की PCB और SOG की संयुक्त टीम ने अडाजन इलाके से प्रतीक शाह नामक युवक को गिरफ्तार कर नकली वीज़ा बनाने वाली फैक्ट्री का खुलासा किया। पुलिस ने छापेमारी में यूके, कनाडा, मेसिडोनिया, सर्बिया, चेकोस्लोवाकिया और अन्य यूरोपीय देशों के नकली वीज़ा स्टिकर बरामद किए।
जांच में सामने आया कि आरोपी प्रतीक शाह पिछले 10 साल से यह धंधा चला रहा था। इस दौरान उसने करीब 700 नकली वीज़ा स्टिकर तैयार किए और हर स्टिकर के बदले 15,000 रुपए वसूले। खास बात यह है कि कुछ लोग इन बोगस स्टिकरों के सहारे विदेश भी पहुंच गए। एक स्टिकर को असली जैसा दिखाने के लिए वह बेहद बारीकी से काम करता और इसे बनाने में सात दिन लगते थे।
पुलिस ने बताया कि प्रतीक शाह ये स्टिकर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के एजेंटों को कुरियर से भेजता था। आरोपी के खिलाफ पहले से ही 12 मामले दर्ज हैं।
छापे के दौरान पुलिस ने आरोपी के फ्लैट से लैपटॉप, वीज़ा स्टिकर और अन्य सामग्री मिलाकर 1.30 लाख रुपए का माल जब्त किया है। वहीं, इस रैकेट में शामिल छह अन्य लोगों को पुलिस ने वॉन्टेड घोषित किया है।



News by :
Mayank agarwal
Gujrat State Head
