PM Modi Japan Visit: जापान यात्रा पर पहुंचे पीएम मोदी सेंडाई शहर का दौरा भी करेंगे. इस शहर को जापान का छिपा हुआ रत्न कहा जाता है जहां प्रकृति और आधुनिकता का बेजोड़ संगम दिखता है.

आज आपको कहानी सुनाएंगे जापान के उस सेंडाई शहर की जिसे एक नहीं कई नामों से जाना जाता है. उसे पेड़ों का शहर कहा जाता है, उसे जापान का छिपा हुआ रत्न कहा जाता है, उसे जापान का पावर हाउस कहा जाता है, उसे जापान का सेमीकंडक्टर हब भी कहा जाता है. जब सेंडाई की बात होगी तो उस एक आंख वाले समुराई की भी बात होगी जिसने आज से 400 साल पहले इस शहर की नींव रखी थी. यह कहानी है एक ऐसे शहर की जिसने हर मुश्किलों को पार पाते हुए हर बार अपने पैरों पर खड़ा होना सीखा है.

लेकिन आपके मन में यह भी ख्याल आ रहा होगा कि हम आपको अचानक जापान के इस शहर की बात क्यों बता रहे हैं. दरअसल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान की दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार, 29 अगस्त को तोक्यो पहुंचे हैं. यहां पीएम मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के साथ वार्षिक शिखर वार्ता तो करेंगे. साथ ही वो यात्रा के दूसरे दिन, पीएम मोदी और इशिबा बुलेट ट्रेन पर बैठकर सेंदाई शहर जाएंगे और वहां की सेमीकंडक्टर फैक्ट्री को देखेंगे.

जापान का ‘पेड़ों वाला शहर’ जहां सेमीकंडक्टर उगते हैं!

जापान का छिपा हुआ रत्न, सेंडाई एक ऐसा बड़ा शहर है जिसमें एक छोटे शहर का एहसास है, जहां अभी भी पर्यटकों की भीड़ आपको नहीं मिलेगी. मियागी प्रान्त की राजधानी सेंडाई में मानों प्रकृति ने कोई खास कृपा की है. यहां जितना प्रकृति मेहरबान है, वहीं आधुनिकता को भी इसने अपने आप में समाहित किया है. 

सेमीकंडक्टर हब के रूप में सेंडाई का उदय हुआ है. इस रोल के लिए इसका चयन रणनीतिक रूप से हुआ है. सेंडाई अंतरराष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करने और अगली पीढ़ी के चिप विकास को बढ़ावा देने के लिए जापान की मजबूत सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला, उन्नत बुनियादी ढांचे और सरकारी सपोर्ट का लाभ उठाता है. यहां कुशल वर्कफोर्स मौजूद है, यहां रिसर्च की क्षमताएं और लचीला बुनियादी ढांचा है. ये फैक्टर भी सेंडाई को अत्याधुनिक सेमीकंडक्टर फैक्टरी की स्थापना के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं.

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