सोमवार को शाही ईदगाह, दिल्ली रोड पर खलीफा पगड़ी रस्म, लंगर और दस्तरबंदी का भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर न केवल मेरठ शहर दिल्ली व अन्य राज्य व आसपास के विभिन्न शहरों से भी बड़ी संख्या में बावर्ची और खलीफा शामिल हुए।
कार्यक्रम के तहत शागिर्दों ने अपने उस्तादों और खलीफाओं को पगड़ी बांधकर सम्मानित किया। यह रस्म वर्षों से चली आ रही परंपरा है, जो उस्ताद और शागिर्दों के बीच भाईचारे और सम्मान का प्रतीक मानी जाती है।
इस अवसर पर बावर्चियों के स्पीकर हाजी तौराब अल्ला वाले ने कहा कि यह आयोजन लंबे समय से लगातार होता आ रहा है, जिसमें सभी बावर्ची और खलीफा पगड़ी बांधकर एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और इस परंपरा को आगे बढ़ाते हैं।
कार्यक्रम के दौरान लंगर का भी आयोजन हुआ, जिसमें सभी लोगों ने मिलकर भोजन ग्रहण किया।
आयोजन में खलीफा सलाउद्दीन शहर खलीफा, हाजी कलवा शहर खलीफा हांडी मेरठ, हाजी रहीसू शहर खलीफा, सलागिर इस्लामुद्दीन मेरठ, बावा जब्बार खलीफा, अल्लाह वाले बावर्ची, मोबिन ठाकुर, नवाब बावर्ची कोटला, अली हसन, इरशाद खलीफा अखाड़ा, मो. उमर उर्फ कल्लू, हाजी गयास, दुल्हा इस्लाम, मुल्लाजी हनीफ इमलियान, मोहम्मद सलीम, मोहम्मद सलमान, अली हसन, मोहम्मद चांद समेत बड़ी संख्या में बावर्ची, उस्ताद और खलीफा आदि मौजूद रहे।


मेरठ
