इस अवसर पर जांबाज़ पुलिस महिला और पुरुषों के साथ-साथ समाज की वे वीर महिलाएं, जिन्होंने समाज, देश और अपने परिवार का नाम किसी न किसी क्षेत्र में रोशन किया है, उन्हें मुक़ेश राठौड़ द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय वीर दुर्गादास राठौड़ ने देश, समाज और धर्म के लिए अनेक श्रेष्ठ कार्य किए थे। उनकी जयंती मनाने का उद्देश्य यह संदेश देना है कि हमें भी सभी के साथ मिलकर देश, समाज और धर्म के लिए अच्छे कार्य करने चाहिए। चाहे कार्य कितना भी कठिन क्यों न हो, यदि उसे शांति, संयम और धैर्य से किया जाए, तो सफलता निश्चित है — यही प्रेरणा राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौड़ से मिलती है।
आज के इस भव्य कार्यक्रम में कुल 51 महिला और पुरुषों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
पूरे कार्यक्रम का संचालन समस्त क्षत्रिय राठौड़ समाज, सूरत के श्री मुक़ेश राठौड़ द्वारा किया गया। वे हर वर्ष दुर्गादास राठौड़ की जयंती इसी प्रकार धूमधाम से मनाते हैं और समाज के सशक्त महिला-पुरुषों को सम्मानित करते हैं।
मुक़ेश राठौड़ द्वारा ‘निर्भया सेना’ के माध्यम से बहनों को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे सशक्त बनें, आत्मरक्षा करना सीखें, समाज में अपना नाम आगे बढ़ाएं और किसी भी कठिन परिस्थिति में डटकर सामना कर सकें। प्रशिक्षण में विभिन्न तकनीकों की जानकारी और प्रैक्टिकल अभ्यास करवाया जाता है।
मुक़ेश राठौड़ ने यह भी कहा कि सूरत की कोई भी महिला यदि किसी प्रकार की सहायता चाहती है, तो वह मार्शल आर्ट में जुड़कर हमारी मदद ले सकती है। वे हमेशा बहनों को समाज में नाम रोशन करने और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और मदद के लिए सबसे पहले खड़े रहते हैं।
आज के कार्यक्रम में मार्शल आर्ट से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम भी नई-नई शैलियों में प्रस्तुत किए गए, जिन्हें देखकर उपस्थित सभी अतिथि मंत्रमुग्ध हो गए।




News by :
Mayank agarwal
Gujrat State Head
