सूरत के लिंबायत क्षेत्र में हुई अरुण पाटिल की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। नाश्ते के पैसों को लेकर हुए विवाद ने इस वारदात को अंजाम दिलाया।

जांच में खुलासा हुआ कि मृतक अरुण पाटिल का ममेरा भाई दिवीदास पाटिल और उसका साथी सनी हलवाई इस हत्या में शामिल थे। नाश्ते के पैसों में हिस्सा न देने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने मिलकर अरुण पाटिल पर चाकू से कई वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और घटना का पुनर्निर्माण (रिकंस्ट्रक्शन) भी कराया। जानकारी के अनुसार, मृतक और आरोपी—दोनों का ही आपराधिक इतिहास रहा है।

यह घटना उस समय हुई है जब लिंबायत क्षेत्र में कुछ दिन पहले ही आलोक अग्रवाल हत्याकांड ने सनसनी फैलाई थी, जिससे इलाके में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

News by :
Mayank agarwal
Gujrat State Head

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