सूरत: शहर के कतरगाम क्षेत्र की महंत डायमंड और रसेंश ज्वेल्स के करोड़ों के हीरा घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा (ECO सेल) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी जितेंद्र कासोदरिया को गिरफ्तार कर लिया है। वह महंत डायमंड और रसेंश ज्वेल्स एलएलपी के तीन भागीदारों में से एक है। इससे पहले पुलिस ने काशिक काकड़िया को गिरफ्तार किया था, जबकि तीसरा आरोपी रोनक पोलिया अब भी फरार है।
पुलिस ने रोनक पोलिया की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, महंत डायमंड और रसेंश ज्वेल्स दोनों एक ही जगह से संचालित होते थे। व्यापारियों से खरीदे गए हीरे न केवल महंत डायमंड में बल्कि रसेंश ज्वेल्स में भी इस्तेमाल किए जाते थे।
आरोपियों ने जानी-मानी कंपनी लक्ष्मी डायमंड समेत कुल 21 हीरा कंपनियों को ₹8.20 करोड़ का चूना लगाया। दोनों फर्में एलएलपी (लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप) के रूप में पंजीकृत थीं और साझेदारी में कारोबार कर रही थीं।
ECO सेल अब इस केस में फरार चल रहे मुख्य आरोपी रोनक पोलिया की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा दिया है और जल्द ही उसे भी हिरासत में लिए जाने की संभावना है।

News by
Mayank Agarwal
Gujarat State office
