26 फ़रवरी, 2025

पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई: शिकायतकर्ता व आरोपी से वसूली विफल

गोंदिया: शिकायतकर्ता की शिकायत लिए बिना ही उसे धमकाकर शिकायतकर्ता और आरोपी से पैसे वसूलने के आरोप में एक सहायक पुलिस निरीक्षक और एक पुलिस कांस्टेबल को रंगे हाथों पकड़ा गया है। जिला पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे ने इस मामले में दोनों को निलंबित कर दिया है। यह मामला रामनगर थाने का है। निलंबित किए गए लोगों के नाम स पो नी सुमेध खोपिकर और पोशी प्रवीण राहिले हैं।विस्तृत जानकारी के अनुसार, निकटवर्ती कुड़वा की एक नाबालिग लड़की के साथ 9 फरवरी को एक व्यक्ति ने बलात्कार किया। इस बीच, शिकायतकर्ता लड़की शिकायत दर्ज कराने रामनगर थाने पहुंची। इस समय, काम कर रही स पो नी खोपिकर और पो शी.रहिले ने घटना को डायरी में दर्ज किए बिना लड़की को विपरीत स्पष्टीकरण दिया। इस बीच, इस मामले के आरोपी को भी तलब किया गया। यहां तक ​​कि थानाध्यक्ष को भी इस मामले की जानकारी नहीं दी गई। धमकी दी गई कि इस मामले से लड़की की प्रतिष्ठा धूमिल होगी और आरोपी के परिवार को जेल जाना पड़ेगा। इसमें से शिकायतकर्ता और आरोपी के रिश्तेदारों से क्रमश: 25,000 रुपये और 1 लाख रुपये की अनाधिकृत वसूली की गई। जैसे ही रामनगर के थानेदार को इस मामले की जानकारी मिली, उन्होंने इसे जिला पुलिस अधीक्षक भामरे के संज्ञान में लाया। इस बीच, जिला पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में 22 फरवरी को दोनों को निलंबित कर दिया। इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने रामनगर थाने आई युवती को एक अधिकारी व कर्मचारी ने धमकी भरी चेतावनी दी। इतना ही नहीं, उन्होंने शिकायतकर्ता के भाई को झूठे अपराध में फंसाने की भी धमकी दी। शिकायतकर्ता और आरोपी के रिश्तेदारों से पैसा बरामद किया गया। यह मामला रामनगर के थानेदार के अधीन आया। इसलिए इस मामले में लड़की की शिकायत सुनने के बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। कोच भरतलाल लांजेवार (23) सेवानिवृत्त आरोपी का नाम बनथर है। आरोपी के खिलाफ धारा 65 (1), 75 (2), 351 (2), सह धारा 4, 8, 12 बाल यौन शोषण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। रामनगर थानेदार के मार्गदर्शन में आगे की जांच चल रही है।

रिपोर्टर : जुबैर शेख

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