मुजफ्फरनगर खतौली 16 हजार से अधिक काटे गए पेड़ खतौली। चौधरी चरण सिंह गंगनहर कांवड़ पटरी (दायीं) मार्ग का निर्माण कार्य इस वर्ष शुरू हो सकता है। पटरी मार्ग से पेट कटान का मामला राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) में लंबित है।इसके चलते लोक निर्माण और वन विभाग ने काम रोक रखा है।
मुजफ्फरनगर परिक्षेत्र में चार हजार पेड़ों का कटान हो चुका है, इनमें खतौली क्षेत्र प्रमुख है। पटरी पर मिट्टी का भराव कर उसे समतल किया जा चुका है। प्रदेश की योगी सरकार ने चौधरी चरण सिंह गंगनहर कांवड़ मार्ग की वायीं पटरी का चौड़ीकरण एवं दायी पटरी को पूर्ण रूप से विकसित करने का खाका खींचा है।
सपा विधायक ने की थी शिकायत
वर्ष 2024 में गाजियाबाद के मोदीनगर से लेकर मेरठ व मुजफ्फरनगर की सीमा तक साढ़े 16 हजार पेड़ों का कटान किया जा चुका है, जबकि कुल पेड़ों का कटान 1,12,722 होना है। पेड़ कटान की सरधना विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक अतुल प्रधान ने शिकायत की थी, जबकि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने प्रकरण का स्वत: संज्ञान लिया था। पेड़ कटान पर रोक लगाने के अलावा इसकी गहनता से जांच हो रही है।
भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग (एफएसआइ) भी पेड़ कटान का निरीक्षण कर चुकी है। वर्ष 2025 में काम शुरु होने की उम्मीद है। गंगनहर की दोनों पटरियां विकसित होने के बाद यहां की यात्रा सुगम होगी।
20 के स्थान पर 15 मीटर तक कटान
गंगनहर पटरी मार्ग के चौड़ीकरण एवं निर्माण के लिए पूर्व में 20 मीटर तक पेड़ कटान होना था, लेकिन अब सड़क निर्माण केवल 15 मीटर चौड़ाई तक होगा। इसके चलते इतनी ही श्रेणी में पेड़ काटे जा सकते हैं। खतौली व मुजफ्फरनगर क्षेत्र में पांच हजार से अधिक पेड़ काटे जा चुके हैं। इनमें खतौली क्षेत्र में 2100 पेड़ थे, जिनमें 1700 काटे जा चुके हैं।
आंकड़ों पर एक नजर
111 कुल लंबाई कांवड़ पटरी मार्ग मुजफ्फरनगर तक
56 किलोमीटर की लंबाई अकेले मुजफ्फरनगर जनपद में
16 हजार से अधिक अब तक काटे जा चुके हैं पेड़
16,800 से ज्यादा पेड़ कटने हैं मुजफ्फरनगर में
मुजफ्फरनगर, डीएफओ, कन्हैयालाल पटेल ने बताया
गंगनहर पटरी मार्ग पर पेड़ कटान का मामला एनजीटी में लंबित है, जिस कारण पेड़ कटान प्रभावित है। सड़क निर्माण एवं चौड़ीकरण आदि का कार्य लोक निर्माण विभाग को करना है। खतौली क्षेत्र में पेड़ कटने के बाद पटरी समतल हो चुकी है।
रिपोर्ट. पंडित जुगनू शर्मा
लोकेशन.. मुजफ्फरनगर