खैरागढ़। नक्सल मोर्चे पर सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी सफलता मिली है। मध्यप्रदेश–महाराष्ट्र–छत्तीसगढ़ (MMC) ज़ोन में वर्षों से सक्रिय कुख्यात नक्सली और सीसी सदस्य रामधेर मज्जी ने अपने साथियों सहित खैरागढ़ जिले के बकर कट्टा थाना में आत्मसमर्पण कर दिया।
जानकारी के अनुसार जंगल क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय, कई हिंसक वारदातों के मास्टरमाइंड और सुरक्षा बलों की सूची में शामिल रामधेर मज्जी ने AK-47 रायफल सहित सरेंडर किया। लगातार दबाव, विकास कार्यों की पहुँच और इंटेलिजेंस-ड्रिवन ऑपरेशन को इस सफलता का प्रमुख कारण बताया जा रहा है।
आत्मसमर्पण करने वालों में चंदू उसेंडी (30 कार्बाइन), जानकी (इंसास), प्रेम (AK-47), रामसिंह दादा (.303), सुकेश पोट्टम (AK-47), लक्ष्मी (इंसास), शीला (इंसास), सागर (SLR), कविता (.303) जैसे नक्सली शामिल हैं। दो महिला नक्सलियों ललिता और योगिता ने बिना हथियार सरेंडर किया।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि रामधेर मज्जी जैसे बड़े कैडर के आत्मसमर्पण के बाद MMC ज़ोन में नक्सल नेटवर्क की कमर लगभग टूट चुकी है और क्षेत्र नक्सल-मुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। आत्मसमर्पण करने वालों को पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिया जाएगा और प्रभावित इलाकों में विकास कार्य तेज होंगे।
वनांचल क्षेत्र साल्हेवारा बकरकट्टा कभी धूर नक्सली क्षेत्र में शुमार था अब नक्सलियों की कमर टुट चुकी है सभी नक्सली सरेंडर करने वाले मध्यप्रदेश महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ के टांडा दलम मलाजखंड दलम के नाम से विख्यात थे


खैरागढ़ से चन्द्रभूषण यदु की रिपोर्ट
