खालिस्तानी इंद्रजीत जैसे ही जमानत मिलने के बाद अदालत के बाहर आया, उसने तुरंत भारत के खिलाफ खालिस्तान आंदोलन में पन्नू के साथ शामिल होने का बयान जारी किया.

कनाडा में खालिस्तानी आतंकी फल-फूल रहे हैं, उन्हें तमाम तरह की फंडिंग मिल रही है और उन्हें भारत विरोधी कदम उठाने के खुली छूट मिल रही है. यह बात कनाडा ने अपनी खुद की रिपोर्ट में भी मानी है और इसका एक और सबूत हमारे सामने आ गया है. कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के बॉडीगार्ड इंद्रजीत सिंह गोसल को 19 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था लेकिन उसे एक हफ्ते से भी पहले जमानत दे दी गई है. कोर्ट से बाहर निकलते ही इंद्रजीत ने भारत के खिलाफ जहर उगला है, पन्नू के खालिस्तान आंदोलन में शामिल होने को लेकर बयान जारी किया है.

दरअसल भारत और कनाडा के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बैठक के बाद खालिस्तानी इंद्रजीत सिंह गोसल को अवैध हथियार मामले में गिरफ्तार किया गया था. इंद्रजीत सिंह गोसल सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) के नामित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) था. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अपने सख्त संदेश से कनाडा की मार्क कार्नी सरकार पर खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव डाला था. इसके बाद यह बड़ी कार्रवाई की गई है. लेकिन अब लगता है कि यह सिर्फ एक दिखावा था. 

ऐसा पहले भी हुआ था

जून 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद इंद्रजीत अमेरिका स्थित खालिस्तानी संगठन- सिख्स फॉर जस्टिस के लिए कनाडा में एक मुख्य आयोजक बन गया था. इससे पहले भी इंद्रजीत को नवंबर 2024 में गिरफ्तार किया गया था. 36 साल के इंद्रजीत को कनाडा की पुलिस ने ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) में एक हिंदू मंदिर में हुई हिंसक घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किया था. हालांकि, बाद में उसे पुलिस ने तुरंत शर्तों पर रिहा कर दिया.

गौरतलब है कि सितंबर महीने की शुरुआत में कनाडाई सरकार ने एक आंतरिक रिपोर्ट में अपनी धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी समूहों की मौजूदगी और उन्हें भारत के खिलाफ आतंक के लिए कनाडा में फंडिंग कैसे मिलती है, यह स्वीकार किया था. इन समूहों में बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल SYF शामिल हैं. ये दोनों कनाडा के आपराधिक संहिता के तहत आतंकवादी संगठनों के रूप में सूचीबद्ध हैं. 

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