पुष्पावल्ली को एक साउथ सिनेमा के सुपरस्टार से प्यार हो गया था.  उनकी दो शादियां हो चुकी थीं, जिनसे उन्होंने शादी तो नहीं की, लेकिन उनकी दो बेटियों की मां बनीं.

नई दिल्ली:

हेमा मालिनी, रेखा, वैजयंतीमाला, जया प्रदा और श्रीदेवी, ये सभी बॉलीवुड में आने से पहले साउथ सिनेमा में काम कर चुकी हैं. रेखा उन चंद अभिनेत्रियों में से हैं, जिनकी मां भी एक सफल एक्ट्रेस थीं. उनका नाम पुष्पावल्ली था, जिन्हें एक साउथ सिनेमा के सुपरस्टार से प्यार हो गया था.  उनकी दो शादियां हो चुकी थीं, जिनसे उन्होंने शादी तो नहीं की, लेकिन उनकी दो बेटियों की मां बनीं. रेखा की मां पुष्पावली तमिल और तेलुगु सिनेमा की फिल्मों में नज़र आईं. वह ‘संपूर्ण रामायणम’ में सीता का किरदार निभाकर मशहूर हुईं. उन्होंने 1936 में रिलीज़ हुई एक फिल्म में सीता की भूमिका निभाई, जिसके लिए उन्हें 300 रुपये बतौर फीस मिले थे. उनकी सबसे बड़ी हिट तेलुगु फिल्म ‘बाला नागम्मा’ (1942) थी, जिसमें उन्होंने एक महत्वपूर्ण सहायक भूमिका निभाई थी. उनकी 1947 की फिल्म ‘मिस मालिनी’, जिसमें उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई. फिल्म को आलोचकों की प्रशंसा मिली, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर असफल रही.

 रेखा की मां जीवन भर अपनी फिल्मों से ज़्यादा अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर सुर्खियों में रहीं. 1940 में उनकी शादी हुई, लेकिन सिर्फ़ छह साल बाद ही उनकी शादीशुदा ज़िंदगी में खटास आ गई और वे अपने पति से अलग रहने लगीं. पुष्पावल्ली की ज़िंदगी में एक नया मोड़ तब आया जब उन्हें नए अभिनेता जेमिनी गणेशन के साथ फ़िल्म ‘मिस मालिनी’ में मुख्य भूमिका मिली. रेखा की मां को जेमिनी गणेशन से प्यार हो गया और वे एक रिश्ते में बंध गए, हालांकि दोनों की शादी किसी और से हुई थी. जेमिनी गणेशन ने पुष्पावल्ली को कभी अपनी पत्नी का दर्जा नहीं दिया, लेकिन रेखा की मां ने अपना पूरा जीवन उनकी प्रेमिका के रूप में बिताया. पुष्पावल्ली और गणेशन की दो बेटियां थीं. इनमें से बड़ी बॉलीवुड अभिनेत्री रेखा और छोटी राधा हैं, राधा  शादी करके अमेरिका में बस गईं. 

रेखा की मां पुष्पावल्ली ने वर्ष 1991 में अंतिम सांस ली. उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में सहायक भूमिकाएं निभाईं और चुनिंदा फिल्मों में ही मुख्य भूमिका में नजर आईं, लेकिन रेखा सिनेमा की एक बड़ी अभिनेत्री बन गईं. पुष्पावल्ली चाहती थीं कि रेखा भी उनकी तरह फिल्मों में काम करें. रेखा पहली बार तेलुगु फिल्म ‘रंगुला रत्नम’ में नजर आई थीं, जब वह महज 12 साल की थीं. 15 साल की उम्र में उन्होंने अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म ‘अंजाना सफर’ में काम किया, जिसका नाम बाद में बदलकर ‘दो शिकारी’ कर दिया गया. पुष्पावल्ली की तरह उनकी बेटी रेखा का जीवन भी उथल-पुथल भरा रहा. दोनों की पहली शादी असफल रही, हालांकि रेखा अपनी मां से कहीं ज्यादा बड़ी फिल्म स्टार बनीं. 

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