एम्स में विश्व रोगी सुरक्षा सप्ताह 2025 की शुरुआत बड़े उत्साह और जोश के साथ हुई। यह आयोजन एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. (डॉ.) मीनू सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। उद्घाटन मौके पर चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डॉ.) राजीव कुमार, डीन प्रो. (डॉ.) अखिलेश पाठक और नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य प्रो. (डॉ.) कमलेश शर्मा मौजूद रहे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एम्स बठिंडा हमेशा से सुरक्षित और मरीज-केन्द्रित इलाज की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम की शुरुआत ऑरेंज रिबन अभियान से हुई और एम्स की बिल्डिंग को नारंगी रोशनी से सजाया गया। इसके बाद सभी डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, रेजिडेंट्स, छात्रों और कर्मचारियों ने मिलकर रोगी सुरक्षा प्रतिज्ञा 2025 ली, जिसमें सभी ने भरोसा दिलाया कि वे मरीजों को सुरक्षित, भरोसेमंद और दयालु स्वास्थ्य सेवाएँ देंगे।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि मरीजों की सुरक्षा के लिए टीमवर्क, अच्छा संवाद और लगातार सीखना बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम में क्वालिटी और पेशेंट सेफ्टी सेल का न्यूज़लेटर भी जारी किया गया, ताकि मरीजों की सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियों और जानकारी को और बेहतर ढंग से सब तक पहुँचाया जा सके।
इस शुभ शुरुआत के साथ, एम्स बठिंडा पूरे हफ्ते अलग-अलग सेशन्स, वर्कशॉप्स और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, जिनका उद्देश्य है — सबके लिए स्वास्थ्य सेवाओं को और सुरक्षित बनाना।

बठिंडा

दीपू शर्मा

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