करीब 25 लाख की लागत से हो रहा पार्कों का निर्माण, करीब 29 लाख रुपए की लागत से धोबियाना व लाल सिंह बस्ती में बिछाई जा रही इंटरलॉकिंग टाइल्स: महापौर

मेयर श्री पदमजीत सिंह मेहता ने पार्षद असैसर पासवान के वार्ड नंबर 12 में स्थित धोबियाना बस्ती में पार्क निर्माण एवं इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने के कार्यों का शुभारंभ किया। इसके उपरांत उन्होंने पार्षद मैडम सिमरन संजय बिस्वाल के वार्ड नंबर 17 की लाल सिंह बस्ती, गली नंबर 15 में बुजुर्ग माता के शुभ हाथों से इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने के कार्य का शुभारंभ करवाया।

इस अवसर पर उनके साथ वार्ड नंबर 12 के एमसी असैसर पासवान, पूर्व एमसी मनजीत सिंह, वार्ड नंबर 17 के पार्षद मैडम सिमरन बिस्वाल के पति संजय बिस्वाल, वार्ड नंबर 17 के आप इंचार्ज बलदेव सिंह, जेई राजेश कुमार, जेई सिमरनजीत सिंह सहित बड़ी संख्या में इलाका निवासी मौजूद थे।

इस दौरान महापौर श्री मेहता ने कहा कि शहर के जिन इलाकों में बच्चों के खेलने और लोगों के सैर करने के लिए पार्क नहीं हैं, वहां पर पार्कों का निर्माण करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लगभग 25 लाख रुपये की लागत से उक्त पार्कों का निर्माण होगा और इसकी शुरुआत धोबियाना बस्ती से की गई है।

उन्होंने कहा कि बठिंडा शहर की सभी गलियों को इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाकर सुंदर बनाया जा रहा है। आज धोबियाना बस्ती और लाल सिंह बस्ती की गलियों में लगभग 28.3 लाख रुपये की लागत से इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने के कार्यों का शुभारंभ किया गया है।

गत दिवस मेयर वार्ड नंबर 48 में न्यू जोगी नगर वेलफेयर सोसाइटी के पदाधिकारियों और मेंबरों द्वारा प्रधान सरदार गंडा सिंह की अगुवाई में बैठक आयोजित की गई, जिसमें मेयर श्री पदमजीत सिंह मेहता ने भी हिस्सा लिया।

इस दौरान महापौर ने कहा कि बठिंडा को आदर्श शहर बनाने की दिशा में लगातार प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि बठिंडा में सीवरेज की समस्या से निपटने के लिए एसटीपी प्लांट तथा पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होने जा रहा है और आगामी एक दो वर्षों में यह कार्य पूर्ण हो जाएगा, जिससे लोगों को सीवरेज की समस्या से निजात मिलेगी वहीं पानी की कमी भी खत्म होगी।

महापौर श्री मेहता ने बताया कि जनता नगर से लेकर रिंग रोड तक बड़ी सैरगाह बनाई जा रही है, जबकि भागू रोड पर स्थित हेड वाटर वर्क्स को जोगर पार्क की तरह विकसित किया जा रहा है। झीलों का सौंदर्यकरण भी किया जा रहा है, झीलों पर फव्वारे लगाए जाएंगे, इसके अलावा रंग-बिरंगे पौधे और आधुनिक सुविधाएं मुहैया होंगी। ऐसे ही बड़े और एतिहासिक प्रोजेक्ट बठिंडा में लगने जा रहे हैं।

बठिंडा

दीपू शर्मा

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