सूरत पुलिस ने साइबर स्लेवरी रैकेट का खुलासा करते हुए निपेन्दर चौधरी, प्रीत कमाणी, आशीष राणा और वडोदरा के अकीब हुसैन को गिरफ्तार किया। अकीब ने एजेंट दानिश की मदद से अमीन घांची और साहिल खोखर को ऊँची तनख्वाह का लालच देकर थाईलैंड की जगह म्यांमार भेजा।
गिरफ्तार आरोपियों की पूछताछ के बाद पुलिस ने गुप्त ऑपरेशन चलाकर सूरत और वडोदरा के युवकों को वापस लाया। यह युवक म्यांमार की चीनी गैंग के कब्जे में थे, जहाँ उन्हें बंदूक की नोक पर साइबर फ्रॉड कराया जाता और प्राइवेट जेल जैसे कमरों में टॉर्चर किया जाता।
अभी भी 300 से अधिक भारतीय इसी तरह बंधक हैं और अनुमान है कि 20–25 हजार युवक इस रैकेट में फँस चुके हैं। पुलिस और सरकारी एजेंसियाँ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच कर रही हैं।

News by :
Mayank agarwal
Gujrat State Head
