पाकिस्तान ने कहा कि भारत की तरफ से बाढ़ की जानकारी शेयर करने के लिए सिंधु जल आयुक्त (Indus Water Commissioner) के स्थापित चैनल का उपयोग नहीं किया गया है. भारत के विदेश मंत्रालय ने भी इसकी पुष्टि की है.

पाकिस्तान ने शुक्रवार, 5 सितंबर को स्वीकार किया कि को भारत ने डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए हालिया बाढ़ के बारे में उसके साथ जानकारी साझा की है. हालांकि साथ में उसने यह शिकायत भी की है कि भारत की तरफ से जो इनपुट दिए गए हैं वो पहले की तरह विस्तृत यानी डिटेल में नहीं थे. भारत के विदेश मंत्रालय ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तान को मानवीय आधार पर बाढ़ से जुड़ी जानकारी साझा कर रहा है.
इस्लामाबाद के हर सप्ताह होने वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पाकिस्तान विदेश विभाग के प्रवक्ता शफकत अली खान ने भारत से सिंधु जल संधि (IWT) का पूरी तरह से पालन करने का भी आग्रह किया.
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के एक दिन बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक कदम उठाए थे, जिसमें 1960 की सिंधु जल संधि को “स्थगित” करना भी शामिल था.
प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा, “वास्तव में भारतीय पक्ष ने डिप्लोमैटिक चैनलों के माध्यम से तमाम नदियों में बाढ़ के बारे में कुछ जानकारी साझा की है. हालांकि, यह उतना विस्तृत नहीं है जितना पहले था.”
