अखिल भारतीय जाट महासभा के मेरठ मण्डल अध्यक्ष पद पर मनोनीत होने के बाद चौधरी सत्येन्द्र सिंह तोमर का कहना है—”मेरे लिए समाज और संगठन सर्वोपरि है। मैं सभी साथियों के सहयोग से संगठन को नई दिशा और ऊर्जा दूंगा।”
तोमर जी का सामाजिक और राजनीतिक सफ़र 1986 में जाट कॉलेज, बड़ौत से शुरू हुआ। उन्होंने पूर्व केन्द्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह जी के साथ जाट आरक्षण आंदोलन को मजबूती दी। कृषि वैज्ञानिक के रूप में इंडो-कनाडियन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन प्रोजेक्ट में कार्य कर किसानों की आमदनी बढ़ाने और नई तकनीकों के प्रसार में अहम योगदान दिया।
वर्तमान में वह भारतीय स्वरोजगार एवं प्रशिक्षण सोसाइटी के अध्यक्ष पद पर रहते हुए युवाओं को स्वरोजगार और प्रशिक्षण के अवसर प्रदान कर रहे हैं। जाट आरक्षण के मुद्दे पर उनकी मुखरता और संगठन के प्रति समर्पण ने उन्हें एक सशक्त नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित किया है।

