ट्रैफिक पुलिस और शहर पुलिस के बीच समन्वय की कमी।
सूरत के कतारगाम इलाके से सामने आया चौंकाने वाला मामला।
पांच साल पहले चोरी हुई मोपेड पर ट्रैफिक पुलिस अभी भी मूल मालिक को भेज रही है मेमो।
कतारगाम के नरेशभाई धोला की एक्टिवा वर्ष 2021 में चोरी हुई थी।
चोरी हुई एक्टिवा के अलग-अलग चालकों के नाम पर दो बार मेमो आए।
फिर एक मेमो तो अभी तीन महीने पहले ही आया।
ऑनलाइन मेमो की पुलिस को जानकारी देने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस की निष्क्रियता के कारण आज भी चोरी हुई मोपेड मालिक को वापस नहीं मिली है।
चोरी हुई मोपेड शहर में खुलेआम घूम रही है, किस इलाके में घूम रही है इसकी पूरी जानकारी होने के बावजूद पुलिस ने उसे पकड़ा नहीं।
शहर में गलत तरीके से घर पर आने वाले ई-चलान के कई मामलों की शिकायतों के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता।
कल भी पुना इलाके में मोपेड घर पर होने के बावजूद वाहन मालिक को मेमो मिला।
पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ लोगों ने जताया आक्रोश।
अगर पुलिस की इच्छाशक्ति हो तो वह जो चाहे कर सकती है।



News by :
Mayank agarwal
Gujrat State Head
