केंद्र और राज्य सरकारें संस्कृत भाषा को और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विश्व संस्कृत दिवस के अवसर पर, 6 अगस्त से 8 अगस्त तक पूरे राज्य में संस्कृत गौरव यात्रा, सम्भाषण दिवस और साहित्य दिवस मनाया जा रहा है…
वीओ – इसी पहल के तहत, बनासकांठा संस्कृत शिक्षा परिवार द्वारा डीसा अर्बुदा विद्यालय से सरदार बाग़ तक जिला स्तरीय ‘संस्कृत गौरव यात्रा’ का आयोजन किया गया। इस यात्रा में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. हितेश पटेल उपस्थित रहे और उन्होंने चारों वेदों की पूजा-अर्चना के बाद शंख ध्वनि के साथ गौरव यात्रा का शुभारंभ किया। इस ‘संस्कृत गौरव यात्रा’ में यज्ञ सेवा-वैदिक संस्कृति का प्रदर्शन प्रतिकृतियों सहित झांकियों के माध्यम से किया गया। विद्यार्थियों ने भी राम-लक्ष्मण-जानकी, नारदमुनि, अर्जुन, श्रीकृष्ण जैसे पौराणिक पात्रों का वेश धारण कर भारतीय संस्कृति के चरित्रों का चित्रण किया।
वीओ-सरदार बाग, डीसा में संस्कृत गौरव यात्रा के समापन अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. हितेश पटेल ने उपस्थित लोगों को आज के समय में संस्कृत के महत्व और शिक्षा में इसके प्रचार-प्रसार के बारे में बताया।
इसके अलावा, विद्यार्थियों ने बैनरों के माध्यम से ‘संस्कृत भाषा, सरल भाषा’, ‘सत्यम शिवम सुंदरम’, ‘राष्ट्र की आत्मा, संस्कृत भाषा’, ‘बहुजन हिताय बहुजन सुखाय’, ‘जीवन का सौंदर्य संस्कृत है’ आदि नारों के माध्यम से ‘जहाँ संस्कृत है, वहाँ संस्कृति है’ का संदेश दिया। इस यात्रा में ‘पठात् संस्कृतम्, वदत् संस्कृतम्’, ‘जयतु संस्कृतम्’ सहित संस्कृत श्लोकों और गीतों के माध्यम से संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार किया गया। इस गौरव यात्रा में विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, संस्कृत पढ़ाने वाले शिक्षक, स्वयंसेवक सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।







रिपोर्ट – रामजीभाई रायगोर, बनासकांठा….
