उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा के विवादित बयान से वैश्य समाज में आक्रोश फैल गया है। मंत्री ने बिजली विभाग की एक सभा में व्यापारियों और बनिया समाज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी।
मंत्री ने कहा था, “यह बनिये की दुकान नहीं है, बनिये की दुकान पर पैसा देने के बाद भी माल नहीं मिलता।” इस टिप्पणी से वैश्य समाज और व्यापारी वर्ग में रोष व्याप्त हो गया है।
अखिल भारतीय वैश्य महासंगठन के नगर अध्यक्ष अभिषेक गोयल एडवोकेट के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल के नाम उपजिलाधिकारी राजकुमार भारती के माध्यम से एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा कि ऊर्जा मंत्री द्वारा बनिया समाज पर की गई टिप्पणी आपत्तिजनक व आहत करने वाली है। इससे बनिया समाज और व्यापारियों को ठेस पहुंची है। ऊर्जा मंत्री तुरंत सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। अन्यथा उन्हें मंत्री पद से हटाया जाए।
नगर अध्यक्ष अभिषेक गोयल ने कहा कि ऊर्जा मंत्री की वैश्य समाज के खिलाफ घृणित टिप्पणी सोची समझी राजनीति के तहत की गई है। वह माफी मांगकर और खेद जताकर उक्त विषय को खत्म कर सकते थे। नाहि यूपी के सीएम ने उक्त प्रकरण पर कोई संज्ञान लिया और न्यायोचित कार्रवाई नहीं की।
वरिष्ठ नगर महामंत्री अमित गोयल ने कहां अभी तो अखिल भारतीय वैश्य महासंगठन के बैनर तले केवल ज्ञापन दिया गया है जरूरत पड़ने पर समस्त वैश्य समाज सड़को पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करने पर मजबूर होगा । ऐसे मंत्री को अपनी मानसिकता बदलनी होगी, ओर वैश्य समाज से शीघ्र सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगनी होगी अन्यथा की स्थिति में आगामी चुनावों में इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। जरूरत पड़ने पर वैश्य समाज चुनाव का बहिष्कार भी करेगा।
ज्ञापन देने वालों में व्यापारी नेता दर्पण गुप्ता, रामकुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुमित गुप्ता, अजय, नितिन सिंघल, अभिषेक गोयल चक्की वाले, निर्भीक अग्रवाल, सचिन गर्ग आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्ट. पंडित जुगनू शर्मा
खतौली
