आज पंचकूला के विभिन्न निजी विद्यालयों के संचालकों एवं शिक्षकों ने एकजुट होकर स्कूलों में बढ़ती हिंसा व शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए पंचकूला उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में हिसार के पुट्ठी गांव में शिक्षक श्री जगबीर पानू की विद्यार्थियों द्वारा की गई नृशंस हत्या का हवाला देते हुए शिक्षकों के प्रति बढ़ते अपराधों पर तत्काल रोक लगाने की आवश्यकता जताई गई।
ज्ञापन में मांग की गई कि हरियाणा में तत्काल School Safety Act लागू किया जाए, दिवंगत शिक्षक जगबीर पानू को “शहीद” का दर्जा दिया जाए, उनके परिवार को ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता एवं एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, साथ ही गंभीर अपराधों को अंजाम देने वाले नाबालिगों की परिभाषा पर पुनर्विचार करते हुए उन्हें कठोर दंड के दायरे में लाया जाए। इसके साथ ही यह भी मांग की गई कि इस प्रकार के जघन्य अपराधों के मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
आज पूरे हरियाणा के निजी स्कूल बंद रहे, जिनमें किसी भी प्रकार की शिक्षण गतिविधियाँ नहीं चलीं। इस बंद को पंचकूला की प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन ने पूर्ण समर्थन दिया। इससे शिक्षक समुदाय ने एकजुट होकर अपनी चिंता और आक्रोश को शांतिपूर्ण रूप से प्रकट किया।
इस अवसर पर श्रीचंद जाफरान, ज़िला अध्यक्ष (पंचकूला), ने कहा कि “स्कूल अब सुरक्षित स्थल नहीं रह गए हैं और यदि शिक्षकों को भयमुक्त वातावरण नहीं मिला, तो शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी।”
कार्यक्रम में 50 से अधिक शिक्षक एवं स्कूल संचालक उपस्थित रहे, जिन्होंने एक स्वर में सरकार से स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने की माँग की।

