सूरत के कठोदरा इलाके की एक शाला (क्रमांक 385) में बड़ा सुरक्षा घोटाला सामने आया है। यह शाला नौ महीने पहले शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पानसेरिया के हाथों उद्घाटित हुई थी। लेकिन अब सामने आया है कि यहां सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं।
समिति द्वारा सभी स्कूल भवनों की सुरक्षा का ठेका शक्ति सिक्योरिटी एजेंसी को दिया गया था। उक्त शाला में 24 घंटे सुरक्षा की आवश्यकता के चलते तीन सुरक्षा गार्ड नियुक्त करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन एजेंसी द्वारा सिर्फ एक ही गार्ड तैनात किया गया, जबकि तीन गार्ड का वेतन लिया जा रहा था।
इंचार्ज शासनाधिकारी मेहुल पटेल द्वारा की गई जांच में यह घोटाला उजागर हुआ। इसके बाद लसकाणा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई गई।
शिक्षा समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र कापड़िया ने बताया कि,
“शिकायत मिली थी कि एक ही सुरक्षा गार्ड की उपस्थिति के बावजूद प्राचार्य द्वारा तीन गार्ड होने का पत्र भेजा जा रहा था, जिसके आधार पर समिति द्वार एजेंसी को भुगतान किया जा रहा था। जांच में सिर्फ एक गार्ड की ही उपस्थिति पाई गई।”
इस घोटाले के आधार पर ₹3.67 लाख की पेनल्टी लगाई गई है और पुलिस केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
क्या अन्य शालाओं में भी घोटाला?
एक ही एजेंसी का अनुबंध होने के कारण आशंका जताई जा रही है कि इसी तरह के घोटाले अन्य शालाओं में भी हो सकते हैं। अब अन्य शालाओं की भी जांच की जा रही है।

News by
Mayank Agarwal
Gujarat State office
