सुमुल डेयरी में महाराष्ट्र से दूध मंगवाकर स्थानीय मंडलियों द्वारा उसका संग्रहण और व्यापार किए जाने के मामले में 25 मंडलियों पर तीन करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया था। इस जुर्माने को माफ करवाने के लिए सुमुल डेयरी के ही कुछ डायरैक्टर्स द्वारा तापी जिले में एक रैली का आयोजन भी किया गया था।

इस पूरे विवाद पर सुमुल डेयरी के निदेशक जयेश पटेल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जुर्माना पूरी तरह जांच के आधार पर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र से दूध मंगाकर उसका व्यापार करना नियमों के खिलाफ है और यही कारण है कि कार्रवाई की गई।

जयेश पटेल ने यह भी कहा कि जुर्माना माफी की मांग को लेकर जो रैली निकाली गई, वह इसी उद्देश्य से की गई थी।

वहीं, इस मुद्दे पर मंत्री मुकेश पटेल द्वारा दिए गए ऑडिट संबंधी बयान पर भी जयेश पटेल ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार हर साल दूध मंडलियों का ऑडिट करती है, लेकिन जिन मंडलियों में अचानक दूध की मात्रा असामान्य रूप से बढ़ गई है, उनका विशेष ऑडिट कराया जाएगा।

सुमुल डेयरी की ओर से भी इस जांच और ऑडिट में पूरा सहयोग देने की बात कही गई है।

News by
Mayank Agarwal
Gujarat State office

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