आज आम आदमी पार्टी के पार्षद महेशभाई अनघण को सूचना मिली कि सूरत के अंत्रोली पांजरापोल में जहां गायों की देखभाल के नाम पर संस्था चलाई जा रही है, वहां गायों की खाल से जुड़ा अवैध कारोबार चल रहा है। इस सूचना के आधार पर महेशभाई अनघण, आप पार्षद रचनाबेन हीरपरा, विपुलभाई सुहागिया और अन्य गौ रक्षकों के साथ मौके पर पहुंचे।
उन्होंने वहां जो दृश्य देखा वह बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाला था। जिन गायों को हम ‘गौ माता’ कहकर पूजते हैं, उनकी हालत बदतर से भी बदतर थी। बीमार गायों की ठीक से देखभाल नहीं हो रही थी, छोटे बछड़ों की हड्डियां साफ दिख रही थीं और कई गायें तो चलने की स्थिति में भी नहीं थीं। उनके इलाज की व्यवस्था भी सिर्फ दिखावे के लिए की गई थी। वहां कई स्थानों पर गायों की खालें भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थीं।
महेश अनघण ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि, “गाय और हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगने वाली भाजपा सरकार के राज में ही गायों की ऐसी दयनीय हालत है। जनता ने जिन्हें 30 सालों से सत्ता में बैठाया है, उन्हीं के शासन में गौ माता की यह दशा हो रही है। सरकार इस पांजरापोल को ग्रांट देती है और ट्रस्टी उसका संचालन करते हैं। ऐसे में दोनों की मिलीभगत से यह काला कारोबार चल रहा है, इसमें कोई शक नहीं।”
उन्होंने यह भी कहा कि जब वे इस मामले की शिकायत दर्ज कराने पुलिस के पास गए, तो पुलिस ने भी टालमटोल का रवैया अपनाया और कहा, “हम किस आधार पर शिकायत दर्ज करें?” महेशभाई ने सवाल उठाया कि अगर हमें ही कानून की इतनी समझ होनी चाहिए, तो हम ही पुलिस बन जाएं?
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले 25-30 वर्षों से यह काला कारोबार यहां चल रहा है। कई बार गौ रक्षकों ने छापेमारी भी की है, लेकिन प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता से लगता है कि सभी एक ही खेमें के हैं। इसलिए अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई और किसी पर भी आंच नहीं आई।
महेश अनघण ने अंत में पूछा, “सरकार गौ माता के नाम पर लाखों रुपये की ग्रांट देती है, लेकिन वह पैसा कहां खर्च हो रहा है? और अगर पुलिस भी ऐसे मामलों में FIR दर्ज करने से पीछे हटे, तो आम जनता कहां जाएगी?”





News by
Mayank Agarwal
Gujarat State office
