सूरत में मानसून की शुरुआत के साथ ही मौसमी बीमारियों का कहर देखने को मिल रहा है। नई सिविल अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग की प्रमुख डॉ. जिगीषा पाटड़िया ने जानकारी देते हुए बताया कि इन दिनों बड़ी संख्या में मरीज गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंच रहे हैं।
डॉ. पाटड़िया ने बताया कि रोगियों की स्थिति इसलिए भी गंभीर हो रही है क्योंकि कई लोग शुरुआत में बिना योग्य डॉक्टर की सलाह के इलाज करवा लेते हैं या फिर सीधे मेडिकल से दवाइयाँ ले लेते हैं। इससे बीमारी और अधिक बढ़ जाती है।
शहर के श्रमिक क्षेत्रों में आज भी कई बोगस डॉक्टर अवैध रूप से क्लीनिक चला रहे हैं और लोग उनके झांसे में आ जाते हैं। ऐसे फर्जी डॉक्टरों से इलाज न करवाने की अपील डॉक्टरों द्वारा की गई है।
डॉ. पाटड़िया ने स्पष्ट कहा कि इलाज के लिए सीधे सरकारी अस्पताल, अर्बन हेल्थ सेंटर या नजदीकी अधिकृत स्वास्थ्य संस्थानों से ही संपर्क करें।
उन्होंने यह भी बताया कि सिविल और स्मीमेर अस्पतालों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे अस्पतालों पर बोझ बढ़ा है।
शहर में बदलते मौसम और बारिश के कारण डेंगू, मलेरिया, उल्टी-दस्त, सर्दी-खांसी और बुखार जैसे मौसमी रोग तेजी से फैल रहे हैं। फिलहाल मामलों में 10 से 12 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।





News by
Mayank Agarwal
Gujarat State Office
