सूरत साइबर क्राइम सेल ने 21 जून को वीआईपी सर्कल के पास, उत्राण स्थित IV Trade के ऑफिस पर गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारा था। इस रेड के दौरान जब वहां आपराधिक गतिविधियों के प्रमाण मिले, तब पुलिस ने राजकोट में स्थित Sky Growth Wealth Management के ऑफिस पर भी कार्रवाई की।
इस जांच के आधार पर साइबर क्राइम सेल ने The Prize Chit and Money Circulation Scheme (Banning) Act और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू की है।
इस मामले में पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों – डेनिश उर्फ हेमल धानक, जयसुख पटोलिया और यश पटोलिया – को गिरफ्तार किया है। डीसीपी सूरत क्राइम ब्रांच के अनुसार, मुख्य आरोपी डेनिश अपने पिता नवीनभाई और भाई दीपेन नवीनचंद्र धानक के साथ मिलकर यह गैरकानूनी कारोबार चला रहा था।
फरार आरोपी:
अभी तक अल्पेश लालजीभाई वघासिया, दीपेन नवीनचंद्र धानक, नवीनचंद्र दयालाल धानक, जरित हितेशभाई गोस्वामी, सौरव जयेशभाई सावल्या, हरीश मकवाणा, विपुलकुमार कांतिभाई सावल्या, तरुणभाई, विशाल गौरांगभाई देसाई, बंटी परमार और मयूर सोजीत्रा जैसे अन्य आरोपी फरार हैं।
फर्जी अकाउंट से करोड़ों की ठगी:
जयसुख पटोलिया और यश पटोलिया लोगों के नाम पर फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाकर उनसे करोड़ों रुपये की ठगी करते थे। जांच के दौरान मिले बैंक अकाउंट्स की जानकारी के आधार पर नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से जो डेटा मिला, उससे पता चला कि इनके खिलाफ देश के 26 राज्यों में शिकायतें दर्ज हैं। इनमें बिहार, हरियाणा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, केरल, मणिपुर और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
235 करोड़ से ज्यादा के ट्रांजैक्शन
इन आरोपियों के विभिन्न बैंक खातों से कुल 235 करोड़ रुपये के लेन-देन सामने आए हैं। इसके अलावा आंगडिया सिस्टम के जरिए करीब 100 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी बड़े पैमाने पर ठगी कर रहे थे और जांच अब भी जारी है।






News by
Mayank Agarwal
Gujarat State Office
