भारतीय संविधान निर्माता, सामाजिक न्याय के प्रतीक और करोड़ों लोगों के प्रेरणास्रोत डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर एक अनुकरणीय उदाहरण देखने को मिला। खतौली एसडीएम मोनालिसा ने इस अवसर पर केवल कार्यक्रम की औपचारिकता निभाने तक खुद को सीमित नहीं रखा बल्कि खुद ही अम्बेडकर प्रतिमा की साफ सफाई कर एक सशक्त संदेश दिया।
अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य में शहर में आयोजित कार्यक्रम से एक दिन पूर्व एसडीएम मोनालिसा ने प्रतिमा स्थल पर पहुँच कर साफ-सफाई की निगरानी करने की बजाय स्वयं ही प्रतिमा को साफ किया। उनका यह कार्य न केवल स्वच्छता के प्रति जागरूकता का प्रतीक बना बल्कि यह भी दर्शाया कि एक प्रशासक जब समाज की सेवा भावना से ओतप्रोत होता है तो वह हर कार्य को आदर और समर्पण से करता है।
एसडीएम मोनालिसा जौहरी के इस कार्य की स्थानीय नागरिकों ने जमकर सराहना की। कई लोगों ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी जब खुद इस तरह समाज के नायकों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हैं तो आम जनता को भी एक सकारात्मक संदेश मिलता है।
इस दौरान एसडीएम मोनालिसा जौहरी ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेडकर केवल एक नाम नहीं बल्कि सामाजिक न्याय, समानता और शिक्षा के प्रतीक हैं। उनके सिद्धांतों को अपनाना चाहिए
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का जीवन प्रेरणा है यदि हम अपने आचरण से उन्हें याद करें तो वही सच्चा सम्मान होगा। प्रतिमा की सफाई करना मेरे लिए कर्तव्य से ज़्यादा सम्मान की बात है।

रिपोर्ट.. पंडित जुगनू शर्मा
लोकेशन.. खतौली