एक ही काम के लिए बार-बार बिल पास किये जाते हैं?! सरकारश्री की आंखों पर पट्टी कैसे बंधी है…?!
यह बनासकांठा जिले की कुछ ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत है नहीं, लेकिन इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि केवल सरपंच तलाटी का ही विकास होता देखा जा रहा है…!
इस सब में कौन शामिल है…?! कुछ ग्राम पंचायतों में कितना भ्रष्टाचार हुआ है इसका अंदेशा है…!!
विकासशील, एम.एल.ए., म.प्र. चम्मच सरकारी अनुदान से काम लेकर बार-बार यह दिखाना कि वे एक-दूसरे के कामों में ओवरलैप कर रहे हैं, घोटालों में माहिर ये सरपंच और तलाटी कब बेनकाब होंगे…?!
कुछ सरपंचों की ग्राम पंचायतों का नहीं बल्कि सिर्फ सरपंचों का ही विकास हुआ है…!! विस्तृत विस्फोटक रिपोर्ट जल्द आ रही है…
बनासकांठा जिले में सरकार अपने फायदे के लिए विकास कार्य कर रही है
सार्वजनिक वाद – विवाद…
यदि बनासकांठा जिले में जिला पंचायत अनुदान, संसद अनुदान, विधायक अनुदान, तालुका पंचायत अनुदान, राजसभा अनुदान, ग्राम स्तरीय अनुदान, वित्त आयोग, एटी, रिंग आदि विकास कार्यों का साइड प्लान भरा गया।
लोगों के बीच चर्चा चल रही है कि अगर जनता के हित के लिए सरकारी संपत्ति की जांच होगी और अपने हित के लिए निजी संपत्ति की जांच होगी तो कई स्थापित नेता भाग जायेंगे….
चर्चा इस बात की हो रही है कि अगर कोई जमीन मालिक स्कूल के कमरे के लिए जमीन देता है, स्टांप पेपर लिखता है, जिसे पंचायत में जमा करना होता है, तो फिर सरकार के करोड़ों रुपये के अनुदान में कोई विकास कार्य क्यों दिखाकर अपनी रोटियां सेंकते हैं…




रिपोर्ट-रामजीभाई रायगोर ब्यूरो चीफ बनासकांठा….
