भोपा में डकैती प्रकरण में पूछताछ के नाम पर तीन निर्दोष युवकों को उठाकर उन पर कानून का उल्लंघन करते हुए भोपा पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री का प्रयोग कर जबरदस्ती वारदात का कबूलनामा कराने के मामले में पुलिस की फजीहत हो रही है। पीड़ित युवकों ने जहां भाजपा जनप्रतिनिधियों को अपनी फरियाद की, तो वहीं मंगलवार को इन युवकों को इंसाफ दिलाकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करने के लिए भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने भोपा थाने का घेराव किया। इस आंदोलन को प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने भी अपनी राष्ट्रीय सामाजिक संस्था की ओर से पूर्ण समर्थन व्यक्त करते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली को निंदनीय बताया और इस लड़ाई को मजबूती से लड़ने का पूरा भरोसा पीड़ितों को दिया है।
आठ नवम्बर को भोपा कस्बे में व्यापारी सतीश प्रजापति के आवास पर बदमाशों ने धावा बोलकर सभी को बंधक बनाकर डकैती डाली थी। इस वारदात को खोलने में भोपा पुलिस नाकाम साबित हो रही है। ऐसे में कस्बा निवासी तीन युवकों मोनू, मनीष और आसिफ ने गत दिनों भाजपा विधायक मिथलेश पाल, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल, भाकियू अराजनैतिक के ब्लॉक अध्यक्ष अंकित जावला, प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी, सहरावत खाप के प्रदेश अध्यक्ष ंसजीव सहरावत सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और सामाजिक नेताओं से मिलकर आरोप लगाया थ कि भोपा पुलिस ने उन तीनों को डकैती के सम्बंध में पूछताछ के लिए निर्दोष होते हुए भी घर से उठाया और थाने पर अवैध हिरासत में रखने के साथ ही उनके साथ थर्ड डिग्री का प्रयोग करते हुए घटना कबूल करने का दबाव बनाया गया। इसको लेकर कई दिनों से भोपा पुलिस की फजीहत हो रही है।
मंगलवार को भाकियू अराजनैतिक के ब्लॉक अध्यक्ष अंकित जावला के नेतृत्व में यूनियन कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों के नेताओं ने भोपा थाने पर तीनों निर्दोष पीड़ित युवकों को इंसाफ दिलाने के लिए घेराव करते हुए धरना दिया। इस आंदोलन को प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने भी अपना समर्थन व्यक्त करते हुए धरना स्थल पर पुलिस की कार्यप्रणाली की निंदा की और कहा कि हमारी सामाजिक संस्था युवकों को इंसाफ दिलाने की इस लड़ाई में पूरी मजबूती के साथ खड़ी है। मनीष चौधरी ने इस अवसर कहा कि पिछले दिनों भोपा पुलिस की अमानवीय हरकत सामने आई और डकैती जैसे संगीन जुर्म में तीन युवकों को निर्दोष होते हुए भी थर्ड डिग्री का प्रयोग करने के आरोप लगे हैं। हम इस लड़ाई में पूरी तरह से साथ हैं, समाज में ऐसे कृत्य को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। ये सीधे तौर पर कानून का उल्लंघन है। बताया कि सीओ भोपा देवव्रत वाजपेयी ने धरने पर आकर भरोसा दिया कि दो-तीन दिन में जांच कर कार्यवाही की जायेगी। पुलिस को 17 फरवरी तक का समय दिया गया है। प्रशासन के अधिकारी इस तरह की घटना में संज्ञान लें। मुख्यमंत्री योगी तक भी यह प्रकरण ले जाकर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग की जायेगी।
भाकियू नेता अंकित जावला ने कहा कि पुलिस के आतंक पर ही आज थाने का घेराव किया है। तीनों युवक निर्दोष हैं, उनको डकैत बनाने का प्रयास पुलिस ने किया है। हम पीड़ित के साथ हैं, उनको इंसाफ दिलाने के लिए हमने थाने का घेराव किया है। सीओ के भरोसे पर हम सहमत हैं। 17 के बाद हम यहां फिर से महापंचायत करेंगे। धरने की अध्यक्षता कर रहे संजीव सहरावत ने कहा कि डकैती की वारदात खोलने में पुलिस अपनी विफलता छिपाने के लिए गरीब परिवार के तीन निर्दोष युवकों का उत्पीड़न कर रही है। बिजली का करंट लगाकर अमानवीयता पुलिस ने की है। कहा कि हम मिलकर यह लड़ाई लडेंगे। पीड़ित युवकों की ओर से पुलिस के खिलाफ तहरीर सीओ को दिलाई गई है। एसएसपी भी इस मामले का संज्ञान लेकर इंसाफ दिलाये।
इस दौरान मुख्य रूप से अंकित जावला, सुधीर पवार, विपिन त्यागी, धीरज त्यागी, कुशल वीर सिंह, शहजाद राव, लियाकत, राजीव कुमार, संजीव सहरावत, मंकुल, अनिकेत, आकाश, मनोज, विश्वेंद्र, सुबोध, सद्दाम, राहुल, देवेंद्र, वीर मास्टर जी, राजपाल सिंह, दुष्यंत मलिक सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।

रिपोर्ट. पंडित जुगनू शर्मा
लोकेशन.. मुजफ्फरनगर

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