अमरावती के बाद किरीट सोमैया ने आरोप लगाया है कि अकोला जिले में भी फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किये जा रहे हैं. सोमैया ने बताया है कि अकोला जिले से 15 हजार 845 बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमानों को जन्म प्रमाण पत्र दिया गया है. इस संबंध में सोमैया ने सोशल मीडिया एप्लीकेशन ‘एक्स’ पर अपने अकाउंट पर पोस्ट किया है. अपने आरोपों के समर्थन में सोमैया ने अकोला कलेक्टर द्वारा मंत्रालय को भेजे गए एक पत्र को आधार बनाया है। किरीट सोमैया द्वारा दिया गया यह आंकडा एक सरकारी पत्र से लिया गया है। लिकन इसमें कहीं भी रोहिंग्या मुसलमानों को जारी किए गए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र या प्रमाण पत्र का उल्लेख नहीं है। पशासन ने पत्र में उललेख किया है कि यह अकोला जिले से जारी कूल जन्म प्रमाण पत्रों की संयुकत जानकारी है अकोला जिला प्रशासन ने पत्र में यह भी कहा है कि कुल आवेदनों में से 107 आवेदन खारिज कर दिये गये हैं. अभी भी 4 हजार 844 आवेदन प्रलंबित हैं, प्रशासन ने कुल 15 हजार 845 आवेदनों में से 10 हजार 273 लोगों को जन्म प्रमाण पत्र दिए गया है. लिकन सोमैया ने 15 हजार में फर्जी सिटिफेकेट देने का आरोप बरकरार रखा है.
इस बीच अकोला पश्चिम के कांग्रेस के विधायक साजिद खान पठान ने किरीट सोमैया के आरोपी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सोमैया का सीधा-सीधा आप अपने ही मौजूदा सरकार और अमित शाह पर लगाया है क्योंकि अमित शाह के गृहमंत्री होने के बावजूद यदि कोई बांग्लादेशी घुसपैठ होती है और उनके प्रमाण पत्र बनते हैं तो जिस तरह शेख हसीना को शरण दी गई है बांग्लादेशियो को भी शरण देने का काम तो सरकार नहीं कर रही है इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए.


लोकेशन अकोला,महाराष्ट्र
संवाददाता शाहिद इकबाल
