आवास विकास कॉलोनी के पीछे से गुजरने वाली रेलवे लाइन पर बाउंड्री वॉल के अधूरे निर्माण के कारण कॉलोनीवासियों में गहरा रोष व्याप्त है। रेलवे प्रशासन द्वारा बाउंड्री वॉल का निर्माण प्रारंभ किया गया था, लेकिन इसे कॉलोनी की सीमा तक पूरा नहीं किया गया। अधूरी बाउंड्री वॉल के चलते कॉलोनीवासी लगातार दुर्घटनाओं और अन्य खतरों का सामना कर रहे हैं। कॉलोनीवासियों का कहना है कि तेज गति से गुजरने वाली ट्रेनों के कारण रेलवे लाइन से पत्थर निकलकर उनके घरों तक पहुंच जाते हैं, जिससे बड़ी दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। साथ ही, बरसात के मौसम में रेलवे लाइन से बहने वाला पानी कॉलोनी के मकानों में भर जाता है। इस पानी में खतरनाक जीव-जंतु पनपते हैं, जिससे कॉलोनीवासियों को अतिरिक्त समस्याओं का सामना करना पड़ता है।इस समस्या को लेकर कॉलोनीवासियों ने पूर्व में प्रदर्शन भी किया था। प्रदर्शन में मुख्य रूप से सुदेश पुंडीर, नकुल दत्त शर्मा, शैलेंद्र सिंह, राहुल मेहकर, देशराज, शुभम, सोनू, रीना देवी, गीत, मुन्नी, सरिता आदि शामिल थे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि रेलवे प्रशासन ने उनकी समस्या का हल करने का वादा किया था, लेकिन बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य बीच में ही रोक दिया गया। कॉलोनीवासियों की मांग है कि बाउंड्री वॉल को ऊंचा बनाकर कॉलोनी की सीमा तक पूरा किया जाए, ताकि दुर्घटनाओं और अन्य खतरों से बचाव हो सके। कॉलोनीवासियों का कहना है कि रेलवे लाइन का स्तर कॉलोनी के मकानों से ऊंचा होने के कारण, वहां से बहता पानी कॉलोनी में भर जाता है। पानी के साथ आने वाली गंदगी और उसमें पनपने वाले खतरनाक जीव-जंतु स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ावा दे रहे हैं। रेलवे प्रशासन द्वारा बाउंड्री वॉल का निर्माण अधूरा छोड़ने से कॉलोनीवासियों में गहरी नाराजगी है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे एक बार फिर बड़ा प्रदर्शन करेंगे। यह मुद्दा स्थानीय प्रशासन और रेलवे विभाग के लिए गंभीर ध्यान देने योग्य है, क्योंकि अधूरी बाउंड्री वॉल न केवल कॉलोनीवासियों के लिए, बल्कि रेलवे के लिए भी सुरक्षा का खतरा बनी हुई है।





रिपोर्ट.. पंडित जुगनू शर्मा
लोकेशन.. खतौली
