आप सभी को इस खबर के बारे में पूरी जानकारी है इस केस में क्या चल रहा है कब क्या कैसे हुआ
आपको बता दें कि आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस, मां पर भी हो सकती है एफआईआर भोपाल. 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये कार में रखने वाले आरटीओ के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही वह दुबई से भारत पहुंचेगा उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.दूसरी ओर, जिस वक्त यह गाड़ी जंगल में खड़ी की गई उस वक्त वहां खेत में पानी दे रहे शख्स ने उसे सबसे पहले देखा था. उसका कहना है कि गाड़ी को एकांत में खड़ी करने के बाद कुछ लोग उसे कवर से ढक कर चले गए थे. उसके कुछ देर बाद एक दूसरी कार में चार गनमैन गाड़ी के पास पहुंच गए थे. इन्हीं गनमैन को देखकर शख्स को शक हुआ था. उसने ही रातीबड़ पुलिस को गाड़ी की सूचना दी थी.
सूत्र बताते हैं कि आरोपी ऑटो से सोना और कैश शहर से बाहर भेजना चाहते थे. लेकिन, रातीबड़ पुलिस के पहुंचने के बाद वे ऑटो से कैश और सोना नहीं ले जा सके. दूसरी ओर, भोपाल लोकायुक्त की टीम ग्वालियर भी पहुंची. यहां परिवहन विभाग से टीम ने सौरभ की नियुक्ति के दस्तावेज बरामद किए. लोकायुक्त की जांच में पता चला कि उसकी मां ने बेटे को अनुकंपा नौकरी दिलाने के लिए झूठा शपथपत्र दिया था. सौरभ की मां उमा शर्मा ने 12 जुलाई 2016 को यह शपथ पत्र दिया. मां ने सौरभ के पिता डॉ. राकेश कुमार शर्मा के निधन के बाद नौकरी के लिए षडयंत्र रचा. उनका बड़ा बेटा सचिन शर्मा छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी में था, लेकिन मां ने शपथ पत्र में उसकी सरकारी नौकरी का सच छिपाया. अब उमा शर्मा पर भी एफआईआर दर्ज हो सकती है.
मां ने दिया ये शपथ पत्र
सौरभ की मां ने शपथ पत्र में लिखा था, ‘बड़ा बेटा अपने परिवार के साथ छत्तीसगढ़ के रायपुर में रहता है, वह शासकीय सेवा में नहीं है. उनके परिवार का कोई भी सदस्य शासकीय अथवा निगम मंडल, परिषद आयोग में नियमित या नियोजित नहीं है. छोटा बेटा सौरभ ही उनकी देखरेख करता है, उसी पर निर्भर हैं.’ इसलिए सौरभ को नियुक्ति दिए जाने की बात उमा द्वारा शपथ पत्र में लिखी गई. भोपाल लोकायुक्त ने सौरभ के नियुक्ति के दस्तावेजों के साथ शपथपत्र भी बरामद किया. टीम को पता चला कि सौरभ के पिता डॉ. राकेश का निधन 20 नवंबर 2015 को हुआ था. शर्मा के दो बेटे- सचिन और सौरभ हैं. बड़ा बेटा सचिन उस समय परिवार के साथ छत्तीसगढ़ के रायपुर में था. वह डिप्टी डायरेक्टर फाइनेंस है.
रिपोर्ट.. पंडित जुगनू शर्मा
मुज़फ्फरनगर