नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल के कुमाऊँ विश्वविद्यालय सूचना वैज्ञानिक ने डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ‘छात्र प्रतिक्रिया संग्रह उपकरण (स्टूडेंट फीडबैक कलेक्शन डिवाइस) प्रस्तुत किया है।
इस प्रणाली के संबंध में डॉ. युगल जोशी ने कहा यह डिवाइस छात्रों से प्राप्त वास्तविक और निष्पक्ष फीडबैक का त्वरित संग्रह करता है। इससे विश्वविद्यालय को समय पर डेटा आधारित निर्णय लेने एवं शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
यह स्मार्ट तकनीकी प्रणाली विवि के सूचना वैज्ञानिक डॉ. युगल जोशी द्वारा विकसित की गई है। जिसका उद्देश्य छात्रों से वास्तविक समय में प्रतिक्रिया प्राप्त कर शिक्षण व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाना है। यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस टचस्क्रीन इंटरफ़ेस या भौतिक बटन के माध्यम से छात्रों से प्रतिक्रिया लेता है। डिवाइस में प्रयुक्त माइक्रोकंट्रोलर (आर्डिनो या रास्पबेरी पाई) की सहायता से इनपुट को तुरंत संसाधित करता है, और वाई-फाई या ब्लूटूथ आधारित मॉड्यूल प्रतिक्रियाओं को सुरक्षित रूप से सर्वर या क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म तक पहुंचाता है। छात्र रेटिंग स्केल, स्माइली फेस या प्रश्न आधारित विकल्पों का उपयोग कर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कर सकते हैं। प्रणाली द्वारा प्राप्त डेटा को सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया जाता है, जिसका उपयोग शिक्षण गुणवत्ता, पाठ्य सामग्री और शैक्षणिक सुविधाओं में सुधार के लिए किया जाएगा।
यह उपकरण कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालयों और अन्य शैक्षणिक स्थलों पर स्थापित किया जा सकता है। छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इसमें एलईडी संकेतक, दृश्य निर्देशन और आवश्यकतानुसार वॉइस प्रॉम्प्ट भी शामिल किए गए हैं।
इस प्रणाली के संबंध में डॉ. युगल जोशी ने कहा:
यह डिवाइस छात्रों से प्राप्त वास्तविक और निष्पक्ष फीडबैक का त्वरित संग्रह करता है। इससे विश्वविद्यालय को समय पर डेटा आधारित निर्णय लेने एवं शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने में सहायता मिलेगी।

रिपोर्ट। ललित जोशी
नैनीताल।
