पानीपत, 26 नवम्बर(): मध्य प्रदेश में आईपीएस अधिकारी के विवादित बोल पर हरियाणा भर में ब्राह्मण समाज के लोगों का गुस्सा अपने चरम पर है। आज पानीपत में ब्राह्मण समाज के लोगों ने प्रदर्शन कर तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि इस आईएएस अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर प्रदर्शन का नेतृत्व ब्राहमण महासंघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष रोहित गौतम और सरंक्षक एडवोकेट ऋतमोहन ने किया। तहसीलदार ने ब्राह्मण समाज के लोगों को आश्वासन दिया कि वह उनका ज्ञापन सरकार तक पहुंचा देंगे। क्या है मामला इस मामले में सबसे पहले आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में कृषि विभाग की उपसचिव आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा ने एक कार्यक्रम में कहा था कि जब तक कोई ब्राह्मण उन्हें अपनी बेटी दान में न दे दे और ब्राह्मणों की बेटी उसके बेटे के साथ शारीरिक संबंध में बना ले तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। ब्राह्मण समाज इस बयान को अपने खिलाफ मानता है और इसको लेकर के अब पूरे हरियाणा में ब्राह्मण समाज इनके खिलाफ प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपने का काम कर रहा है। वहीं सभी वक्ताओं द्वारा सरकार को मीडिया के माध्यम से चेतावनी दी कि 72 घंटे में उक्त अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाही नहीं हुई तो प्रदेश स्तरीय महापंचायत कर आंदोलन की घोषण की जाएगी।
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क्या कहते हैं ब्राहमण महासंघ हरियाणा का-
ब्राहमण महासंघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष रोहित गौतम ने कहा कि ऐसा बयान महिलाओं के अधिकार ए स्त्री गरिमा के विपरीत और जातिगत कटाक्ष से भरा हुआ है। संस्था का कहना है कि इस तरह की टिप्पणी सामाजिक सौहार्द और प्रशासनिक मर्यादा के खिलाफ है। यदि समय पर शासन प्रशासन इस मामले पर संज्ञान नहीं लेगा तो मामला ने तूल पकडऩे के बाद जातिगत भेदभाव बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि उक्त अधिकारी शायद भूल बैठे है जब आईएएस बनते हैं उस समय एक शपथ दिलाई जाती है देश के संविधान की किताब पर हाथ रखकर कि जातिपाती या वर्णभेद से ऊपर उठकर सबके लिए कार्य करूंगा! ऐसा बयान देश की बहन बेटियों का तो अपमान है ही बल्कि देश के संविधान का भी अपमान है।क्या कहते हैं एडवोकेट रितु मोहन ने मांग की कि मध्य प्रदेश सरकार इस गंभीर मामले पर तुरंत संज्ञान लेकर उक्त अधिकारी को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर जेल भेजा जाए ताकि देश में जातिगत मतभेद न फैले। यदि शासन प्रशासन जल्द इस पर कार्यवाही नहीं करता तो संस्था जल्द आईएएस पर मामला दर्ज कराएगी और आंदोलन का रास्ता अपनाएगी। जब तक उक्त अधिकारी को जेल न हो। बहन बेटियों का अपमान सहन नहीं होगा समाज बड़े आंदोलन करने को भी तैयार है।विवादों से गहरा नाता रहा है संतोष वर्मा कावक्ताओं ने कहा कि संतोष वर्मा पर 2021 में प्रमोशन के फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने का आरोप लगा। उन पर आरोप था कि आईएएस कैडर मिलने के बाद विभागीय प्रोन्नति समिति की रिपोर्ट पर विशेष जज विजेंद्र रावत के दस्तखत की नकली प्रति बनाई गई। इंदौर में 27 जून 2021 को उन पर केस कर आधी रात को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। सस्पेंशन के बाद संतोष वर्मा ने कई महीने जेल में बिताए और बाद में जमानत पर रिहा किए गए। महिला से रिश्तों का मामला भी उछला संतोष वर्मा का एक महिला के साथ रिश्तों का मामला भी उछला था। उसने यौन शोषण का आरोप लगाया। महिला का आरोप था कि सिविल सेवा की तैयारी के दौरान मिलने के बाद उनका संबंध बन गया। वो पति और पत्नी की तरह सरकारी आवास में रहते थे। लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि संतोष वर्मा पहले से शादीशुदा हैं। महिला ने 2016 में थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें यौन शोषण और धोखेबाजी का आरोप लगाया गया।इस अवसर पर जिला बार एसोसिएशन के सचिव संदीप शांडिलय एडवोकेट, विरेंद्र राणा, सतपाल राणा, एडवोकेट अनिल अत्री, प्रवीण अत्री, जितेंद्र शास्त्री, रविंद्र कुमार, सतपाल शर्मा ददलाना, संदीप, दीपक शर्मा, मुकेश शर्मा, सतीश वत्स, संतोष राऊत, हरिओम गुप्ता, एडवोकेट नवीन वशिष्ठ, सचिन शर्मा, एडवोकेट सुनील शर्मा, संजीव शर्मा, आदेश शर्मा, सुनील भारद्वाज, राजेश शर्मा, सतीश शर्मा, शिव कुमार, पुरूषोतम शर्मा, अङ्क्षकत पांडे आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
फोटो फाइल-3-नायब तहसीलदार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम ज्ञापन सौपते ब्राहमण महासंघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष रोहित गौतम व ब्राहणम समाज के गणमान्य लोग।
फोटो फाइल-4-लघुसचिवालय के बाहर एकत्रित ब्राहण समाज के लोगों को सम्बोधित करते ब्राहमण महासंघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष रोहित गौतम व अन्य।


सागर गोयल
पानीपत हरियाणा
