हमास ने ये भी कहा है कि वह गाजा के प्रशासन को फिलिस्तीनी टेक्नोक्रेटों के एक स्वतंत्र निकाय को सौंपने के लिए भी तैयार है. बता दें कि अब तक गाजा प्रशासन को हमास ही चला रहा था. 

नई दिल्ली:

हमास की अंधेरी काल कोठरी में बंद इजरायली बंधकों को शायद 2 साल बाद सुबह का सूरज देखना और खुली हवा में सांस लेना नसीब हो, अगर ऐसा हुआ तो इसका क्रेडिट ट्रंप को जाएगा. ट्रंप की चेतावनी के बाद हमास उनकी लगभग सभी बड़ी शर्तें मानने के लिए तैयार है. जिनमें गाजा से सभी इजरायली बंधकों को छोड़ना भी शामिल है.इसके बाद जहन में एक ही सवाल है कि क्या इजरायल-हमास के बीच का संघर्ष अब खत्म हो जाएगा? क्यों कि दुनियाभर के देशों की निगाहें इसी बात पर टिकी हैं कि पिछले दो साल से जारी संघर्ष कब खत्म होगा. 

ट्रंप के ‘गाजा प्लान’ पर हमास की सहमति

ट्रंप के गाजा पीस प्लान को लेकर हमास ने पॉजिटिव रुख दिखाया है. हमास के इस फैसले के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि गाजा में संघर्ष शायद अब जल्द खत्म हो जाए. फिलिस्तीनी मिलिशिया संगठन ने शुक्रवार को ऐलान किया था कि वह ट्रंप की शंति योजना के तहत इजरायल के सभी बंधकों को छोड़ने के लिए तैयार है, चाहे वह जीवित हों या मृत.

क्या है ट्रंप का 20 सूत्रीय ‘गाजा प्लान’?

  • हमास-इजरायल के बीच शांत समझौते के 72 घंटे के भीतर जीवित और मृत, सभी इजरायली बंधकों की रिहाई हमास को करनी होगी.
  • बदले में इजरायल को भी सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को अपनी जेल से रिहा करना होगा
  • सीजफायर लागू हुआ तो इजरायल को गाजा से अपनी सेनाओं को चरणबद्ध तरीके से हटाना होगा.
  • गाजा को इजरायल पर रॉकेट और अन्य हमले रोकने होंगे.
  • सुरक्षा के लिहाज से गाजा में एक बहुराष्ट्रीय फोर्स तैनात होगी, जिसमें अरब देशों, अमेरिका और नाटो देशों की भागीदारी होगी.
  • अंतरराष्ट्रीय निगरानी में हमास और दूसरे उग्रवादी संगठनों को निहत्था करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
  • हमास के जो सदस्य शांतिपूर्ण तरीके से अपने हथियारों को निष्क्रिय करने के लिए तैयार होंगे उनको माफी मिलेगी.
  •  हमास के जो सदस्य गाजा छोड़ना चाहते हैं, उन्हें सुरक्षित रास्ते से जने दिया जाएगा.ये रास्ते जॉर्डन, मिस्र, कतर और ईरान हो सकते हैं.

हमास अब नहीं चलाएगा गाजा की सरकार

इसे लेकर हमास ने एक बयान भी जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि ट्रंप के गाजा प्लान पर विस्तृत चर्चा के लिए मध्यस्थों के साथ तुरंत बातचीत के लिए वह तैयार है. अगर बात बन जाती है तो बंधकों की वापसी के लिए महीनों से चल रही कोशिश में यह बड़ी सफता साबित होगी. हमास ने ये भी कहा है कि वह गाजा के प्रशासन को फिलिस्तीनी टेक्नोक्रेटों के एक स्वतंत्र निकाय को सौंपने के लिए भी तैयार है. बता दें कि अब तक गाजा प्रशासन को हमास ही चला रहा था. 

सभी इजरायली बंधक अब गाजा से होंगे रिहा 

हमास इजरायली बंधकों को छोड़ने के लिए ऐसे ही तैयार नहीं हुआ, इसके पीछे की वजह ट्रंप की लगातार कोशिशें और वह अल्टीमेटम है, जो उन्होंने हमास को दिया था. ट्रंप ने साफ कहा था कि अगर हमास रविवार शाम 6 बजे तक इजरायल के साथ शांति समझौते के लिए राजी नहीं हुआ तो गाजा में जमकर कहर बरसेगा. ट्रंप ने साफ-साफ कहा था कि इजरायल के साथ दुश्मनी खत्म करने और उनके गाजा प्लान को स्वीकार करने का हमास के पास ये आखिरी मौका है. अगर हमास ने इस पर सहमति नहीं जताई तो अंजाम बहुत बुरा होगा.

हमास ने ट्रंप को कहा धन्यवाद

इजरायल गााजा संघर्ष को खत्म करने की ट्रंप की कोशिशों में अहम भूमिका निभाने के लिए हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति का सार्वजनिक रूप से आभार जताया है. बता दें कि ट्रंप ने हमास को अल्टीमेटम देते हुए साफ कहा था कि गाजा में कैसे भी शांति जरूर होगी.दरअसल ट्रंप लंबे समय से इजरायल-गाजा के बीच पिछले 2 सालों से जारी संघर्ष को खत्म करने के लिए कोशिशों में लगे हैं. ट्रंप की कोशिशें अब रंग लाती दिख रही हैं. हमास के साथ-साथ इजरायल को भी ट्रंप की बात माननी होगी.

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