Israel Gaza War: हमास अभी भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस नए प्रस्ताव पर विचार कर रहा है जिसका उद्देश्य युद्ध को समाप्त करना और हमास से हाथों से बंदियों को वापस लेना है.

क्या इजरायल सच में खत्म करने को तैयार है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के साथ सलाह-मशविरा करके 20 सूत्रीय शांति प्लान लेकर आए हैं जिसमें गाजा में फिलिस्तिनियों के शांति से रहने की बात है. वहीं दूसरी तरफ इजरायल ने गाजा के लोगों को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि जो भी फिलिस्तीनी गाजा शहर नहीं छोड़ेगा, वो आतंकवादी माना जाएगा.
इजरायल के रक्षा मंत्री ने बुधवार, 1 अक्टूबर को अभी भी बाकि बचे फिलिस्तीनियों को गाजा शहर छोड़ने का आदेश देते हुए कहा कि यह उनके लिए “आखिरी मौका” है. जो कोई भी गाजा शहर में रुकेगा उसे उग्रवादी समर्थक माना जाएगा और उसे इजरायल के हमलों की “पूरी ताकत” का सामना करना पड़ेगा. इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्स ने यह धमकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दी है.
क्या ट्रंप का प्रस्ताव मानेगा हमास?
हमास अभी भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस नए प्रस्ताव पर विचार कर रहा है जिसका उद्देश्य युद्ध को समाप्त करना और हमास से हाथों से बंदियों को वापस लेना है. हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया है कि ट्रंप के प्रस्ताव में कुछ ऐसे बिंदु हैं जो अस्वीकार्य हैं और उनमें संशोधन किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आधिकारिक प्रतिक्रिया अन्य फिलिस्तीनी गुटों के साथ सलाह-मशविरा के बाद ही आएगी.
एपी की रिपोर्ट के अनुसार इजराइल द्वारा पिछले महीने कब्जा करने के उद्देश्य से एक बड़ा हमला शुरू करने के बाद से लगभग 4 लाख फिलिस्तीनी अकाल से जूझते गाजा शहर से भाग गए हैं. हालांकि अभी भी सैकड़ों हजार लोग बचे हुए हैं, क्योंकि उनमें से कई वहां से निकलने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं या गाजा के दक्षिण में बने तम्बू शिविरों तक यात्रा करने के लिए बहुत कमजोर हैं.
