Bareilly Violence: बरेली पुलिस की तरफ से दर्ज FIR के मुताबिक, नदीम और उसके साथियों के उकसाने के बाद भीड़ यह कहते हुए आगे बढ़ी कि आज अपना मकसद पूरा करेंगे.

बरेली:
बरेली में हुए उपद्रव के बाद भले ही अब शांति है लेकिन पुलिस और प्रशासन दंगाइयों को किसी भी कीमत पर बख्शना नहीं चाहती. बरेली में जुमे की नमाज के बाद बवाल करने वालों पर एक्शन लगातार जारी है. हिंसा के मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. उनकी अवैध संपत्तियों को सील किया जा रहा है और इन पर बुलडोजर भी चलाया जा रहा है. अब तक 280 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की जा चुकी है, इससे वहां खौफ का माहौल है.
- मौलाना के सहयोगियों की 50 से ज्यादा अवैध संपत्तियां चिन्हित की गई हैं.
- 70 दुकानें, 1 लग्ज़री होटल और 3 लग्ज़री बैंक्वेट हॉल को पहले ही सील किया जा चुका है.
- दंगा कैसे भड़का, इसे लेकर मौलाना के करीबी डॉ. नफीस ने पूछताछ के दौरान कई अहम और हैरान करने वाले खुलासे किए हैं.
कैसे भड़के बरेली के उपद्रवी, नफीस ने बताया
नफीस ने बताया कि पहले प्रदर्शन रद्द करने की अपील जारी की गई थी. लेकिन तौकीर रजा के सहयोगी अनीस सरसानी और IMC के सूरत अध्यक्ष अल्तमश के भड़काने पर दोबारा वीडियो बनाकर वायरल किया गया. फिर मौलाना के राइट हैंड नदीम खान ने लोगों से अपील की कि प्रदर्शन जरुर करें. उसने कहा कि मौलाना तौकीर रजा का फरमान है कि इस्लामिया कॉलेज ग्राउंड जाने से अगर पुलिस रोके तो उन्हें मार दिया जाए.

लगे ‘सर से तन से जुदा’ के भड़काऊ नारे
जांच में ये भी पता चला है कि बरेली में गुस्ताखी नबी की एक ही सजा, सर से तन से जुदा के भड़काऊ नारे लगाए गए थे. मौलाना तौकीर राजा की पार्टी आईएमसी के नेता नदीम और उसके सहयोगियों ने भीड़ को उकसाया था. बता दें कि तौकीर राजा के ऊपर बरेली पुलिस ने FIR दर्ज की है.
भीड़ ने पुलिस पर हमला किया, गोलियां चलाईं
इसके बाद हजारों की तादाद में उन्मादी भीड़ ने धार्मिक नारे लगाते हुए पुलिस पर हमला कर दिया. उग्र हुई भीड़ ने पुलिस धारदार हथियारों, लाठी डंडों से हमला किया और अवैध हथियारों से गोली चलाई. दंगाइयों ने पुलिस से एंटी राइट गन और वायरलेस सेट भी लूट लिया. दंगाइयों ने मकान की छत से पुलिस बल पर पथराव किया.
