सूरत : नवरात्रि की अष्टमी के पावन दिन पर सूरत पुलिस में महिला शक्ति का खासा शक्ति प्रदर्शन देखने मिला। शहर के ज़ोन-2, ज़ोन-4 और ज़ोन-7 की तीनों DCP, जो संयोग से महिलाएं हैं, ने अपने-अपने ज़ोन में अहम अपराध मामलों का सफलतापूर्वक समाधान कर दिखाया।
नवरात्रि में देवी की पूजा-अर्चना के बीच जब अष्टमी को शक्ति की उपासना होती है, उसी दिन महिला अधिकारियों की कानून की शक्ति भी सामने आई। तीनों महिला DCP के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने अलग-अलग क्राइम केस की गुत्थियाँ सुलझाकर अपराधियों को कानून के शिकंजे में कस दिया।
यह संयोग ही नहीं बल्कि एक संदेश है कि जिस तरह नवरात्रि में शक्ति की आराधना होती है, उसी तरह समाज की रक्षा और न्याय के लिए महिला शक्ति हर मोर्चे पर डटी हुई है।
तीनों महिला DCP की उपलब्धियाँ
ज़ोन-2 की DCP : (के एम देसाई)
सलाबतपुरा पुलिस ने 1 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले दो फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया। लंबे समय से पुलिस से बच रहे आरोपी आखिरकार कानून के शिकंजे में आ गए।
ज़ोन-4 की DCP : (डॉ. निधि ठाकुर)
उमरा पुलिस ने एम्बरग्रीस (व्हेल मछली की उल्टी) की तस्करी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले इस काले कारोबार का पर्दाफाश कर पुलिस ने सराहनीय काम किया।
ज़ोन-7 की DCP : (श्रीमती शैफाली बरवाल)
हजीरा क्षेत्र में हाथ-पैर बांधकर की गई हत्या के राज़ को पुलिस ने सुलझाया। आरोपी की पहचान कर उसे बिहार से गिरफ्तार कर लाया गया। इस केस ने पूरे शहर को हिला दिया था, जिसे पुलिस ने सटीक जांच से हल किया।
संयोग और संदेश
अष्टमी के दिन जब देवी की शक्ति की पूजा होती है, उसी दिन सूरत की तीन महिला DCP ने अपने साहस और नेतृत्व से अपराध की गुत्थियाँ सुलझाकर दिखा दिया कि महिला शक्ति हर मोर्चे पर सक्षम है।
स्थानीय लोगों ने भी इसे “त्रिशक्ति का प्रतीक” बताते हुए कहा कि नवरात्रि की अष्टमी पर यह उपलब्धि महिला शक्ति को समर्पित एक यादगार दिन
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मयंक अग्रवाल
(राज्य प्रमुख)
द हिंद 24 न्यूज़, सूरत

